कब आएगी श्रमिक स्पेशल, कोई तय समय नहीं
लॉकडाउन में दूसरों राज्यों में फंसे प्रवासियों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लाया जा रहा है। इन ट्रेनों के विलंब से चलने के कारण प्रवासी यात्रियों को परेशानी हो रही है।
भागलपुर [रजनीश]। लॉकडाउन में दूसरों राज्यों में फंसे प्रवासियों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लाया जा रहा है। प्रवासियों की संख्या बढ़ते ही रेलवे ने ट्रेनों की संख्या भी बढ़ा दी है। रेलवे बोर्ड हर दिन कई राज्यों से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है। पर, इसकी टाइमिंग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अभी तक भागलपुर आने वाली एक भी श्रमिक ट्रेनें रूट से तो भटकीं नहीं, लेकिन विलंब के कारण प्रवासी और स्टेशन अधिकारी जरूर परेशान हैं।
पूर्व रेलवे के मालदा मंडल के भागलपुर और बांका जंक्शन पर श्रमिक ट्रेनों से प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। 24 मई तक दोनों स्टेशनों पर चार दर्जन के करीब श्रमिक ट्रेनें आ चुकी हैं। विलंब एक से दो घंटे हो तो ज्यादा परेशानी नहीं होती। लेकिन विलंब चार से नौ घंटे हो जाए तो परेशान होना लाजिमी है। प्रवासी पहले से ही लॉकडाउन की वजह से परेशान हैं, हर किसी को अपने गृह जिला पहुंचने की जल्दबाजी है। ऐसे में श्रमिक स्पेशल के लगातार विलंब होने से उनकी परेशानी काफी बढ़ गई है। विलंब की वजह से प्रवासी श्रमिक स्पेशल से थके-हारे उतर रहे हैं।
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भोजन में परेशानी
दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों को रेलवे की ओर से दो बार भोजन उपलब्ध कराया जाता है। ट्रेनें ज्यादा विलंब हुई तो कभी भोजन मिलता है और कभी नहीं भी। ऐसे में प्रवासियों की परेशानी और बढ़ जाती है।
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इन राज्यों से पहुंची श्रमिक स्पेशल
भागलपुर जंक्शन पर सात मई से श्रमिक ट्रेनों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। शुरुआत में एक-एक ट्रेनें आई। इसके बाद संख्या बढ़ती गई। अभी हर दिन चार से आठ श्रमिक ट्रेनें पहुंच रही हैं। यहां कर्नाटक, हैदराबाद, पंजाब, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तेलांगना, आंध्र प्रदेश और हरियाणा राज्यों से प्रवासियों को लेकर चार दर्जन के करीब ट्रेनें आ चुकी हैं।
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प्रवासी यात्रियों की शिकायत
रविवार की सुबह आंध्र प्रदेश से पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन से औरंगाबाद के कोनाही गांव निवासी वीरेंद्र कुमार परिवार के साथ उतरे थे। उन्होंने कहा कि रेलवे की ओर से भोजन तो मिला, लेकिन ट्रेन काफी विलंब हो गई। इस कारण काफी फजीहत झेलनी पड़ी। समस्तीपुर के विशनपुर निवासी सुनील कुमार पत्नी और बच्चे के साथ इसी ट्रेन से पहुंचे थे। इन्होंने कहा कि काम छूट जाने के कारण पहले से ही परेशान हैं। ट्रेन भी विलंब से खुली थी। इस कारण भागलपुर पहुंचते-पहुंचते और लेट हो गई।
--------- तारीख जगह विलंब
7 मई तेलंगाना पाच घंटे विलंब
8 मई राजकोट चार घंटे
9 मई अंबाला से 45 मिनट पहले
11 मई हैदराबाद पांच घंटे
13 मई मुंबई सात घंटे
13 मई चंडीगढ़ चार घंटे
13 मई अहमदाबाद पांच घंटे
14 मई वोरीवली आठ घटे
14 मई दिल्ली से तीन घंटे
15 मई आनंद विहार चार घटे
16 मई दिल्ली -पांच घंटे
16 मई पानीपत -सात घंटे
17 मई बेंगलुरु -दो घंटे
17 मई हैदराबाद -बीस मिनट
18 मई दिल्ली -डेढ़ घंटे
19 मई कनार्टक -दो घंटे
19 मई घटनेसर -दो घंटे लेट
19 मई दिल्ली -चार घंटे
20 मई महाराष्ट्र - नौ घंटे
21 मई आंध्रप्रदेश - चार घंटे
21 मई मुंबई - छह घंटे
21 मई दिल्ली -छह घंटे
21 मई पंजाब -पांच घंटे
21 मई गुजरात -नौ घंटे
22 मई हैदराबाद -साढ़े चार घंटे
23 मई जामनगर -छह घंटे
23 मई बांद्रा -सात घंटे
23 मई राजकोट - पांच घंटे
23 मई दिल्ली -सात घंटे
23 मई आनंद विहार-चार घंटे
नोट-रेलवे से मिले अनुमानित आंकड़े