Water supply scheme in Bhagalpur : 532.58 करोड़ की जलापूर्ति योजना पर कुंडली मारकर बैठे हैं ठेकेदार
भागलपुर में जलापूर्ति योजना पर ग्रहण लग गया है। निविदा के पांच माह बाद भी नहीं बिछाई गई है जलापूर्ति पाइप सर्वे व डिजाइन में ही बीत रहा समय। वाटर वर्क्स में जलस्रोत पर संकट मंडराने के बाद भी तेजी से नहीं हुआ कार्य।
भागलपुर, जेएनएन। शहरी क्षेत्र के लाखों की आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की 532.58 करोड़ की जलापूर्ति योजना पर ठेकेदार कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। इसकी वजह से पहले व दूसरे चरण की निविदा के पांच माह बाद भी जलापूर्ति पाइप तक नहीं बिछाई जा सकी है। सर्वे और डिजाइन के नाम पर समय काटा जा रहा है। सक्षम अधिकारियों ने जल्द हस्तक्षेप कर कार्य शुरू नहीं करवाया तो आने वाले समय में शहर की बड़ी आबादी को पेयजल संकट से जूझना पड़ जाएगा।
विदित हो कि बरारी स्थित वाटर वक्र्स से आधे शहर को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। इस बार नवंबर में ही जलस्रोत पर संकट मंडराने लगा है। मई-जून आते-आते स्थिति और विकट हो जाएगी।
केसीपीएल को मिली है जिम्मेदारी
पैन इंडिया के अधूरे काम को पूरा करने के लिए केसीपीएल को 225 करोड़ का कार्य मिला है। वहीं कंपनी वीए टेक को 277.59 करोड़ के दूसरे चरण की योजना में वाटर वक्र्स व इंटेकवेल का निर्माण करना है। इस कार्य को 30 माह में पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।
अधर में जलमीनार का निर्माण
केसीपीएल को शहर में 285 किलोमीटर जलापूर्ति पाइप बिछाने और 69 हजार घरों में जलापूर्ति कनेक्शन देना है। पहले पॉकेट में 28.36 करोड़ की लागत से इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज से बरारी वाटर वक्र्स में पानी पहुंचाने को इंटेकवेल का निर्माण होगा। उपभोक्ता सेवा केंद्र भवन के अधूरे कार्य को पूरा किया जाएगा। विद्युत पावर स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। 20.43 करोड़ की लागत से हाउसिंग बोर्ड परिसर, मिरजानहाट ठाकुरबाड़ी व टीएमबीयू परिसर में निर्मित जलमीनार से जलापूर्ति पाइप जोडऩे, अधूरे पाइप लाइन का कार्य, डीप बोङ्क्षरग व जलापूर्ति कनेक्शन देने का कार्य करना है।
88.26 करोड़ की लागत से पांच जलमीनार का निर्माण, सुरखीकल, आनंदगढ़ कॉलोनी, पथ निर्माण विभाग, लाजपत पार्क व नगर निगम गोदाम परिसर में होना है। 83.56 करोड़ की लागत से छह जलमीनार का निर्माण और चार पुराने जलमीनार का जीर्णोद्धार किया जाना है। 19 जलमीनार में एक-एक डीप बोङ्क्षरग का भी निर्माण किया जाना है।
इंजीनियरिंग कॉलेज में बनेगा इंटेकवेल
इंजीनियरिंग कॉलेज में इंटेकवेल का निर्माण वीए टेक कंपनी को करना है। यहां से गंगा के पानी को बरारी वाटर वक्र्स तक पहुंचाया जाएगा। कंपनी को पुराने वाटर वक्र्स की क्षमता 17 एमएलडी से बढ़ाकर 30 एमएलडी करना है। 90 एमएलडी क्षमता का नए वाटर वक्र्स का निर्माण करना है। दो इंटेकवेल व जैकवेल का निर्माण के साथ 19 जलमीनार में वाटर वक्र्स से मुख्य पाइप लाइन बिछानी है। बावजूद इसके सभी लापरवाह बने हुए हैं।
वीए टेक कंपनी को छह माह का समय डिजाइन तैयार करने के लिए दिया गया है। समय पूरा होने को है। डेढ़ माह पहले केसीपीएल से एग्रीमेंट हुआ है। पाइप लाइन व जलमीनार निर्माण कार्य जल्द शुरू कराया जाएगा। दोनों कंपनियों के साथ योजना की समीक्षा कर 10 दिनों में कार्य शुरू कराया जाएगा। - एसके. कर्मवीर, कार्यपालक अभियंता, बुडको