श्रमिक अधिनयिम के विरोध में सड़क पर उतरे राजद कार्यकर्ता, शहर में निकाला मार्च
मजदूर विरोधी केंद्र सरकार के श्रमिक अधिनियम के विरोध में गुरुवार को बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने शहर में स्टेशन चौक से कचहरी चौक तक मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया
भागलपुर, जेएनएन। ट्रेड यूनियनों के एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का राजद ने भी समर्थन किया। जिला राजद की ओर से स्टेशन चौक से समाहरणालय तक पैदल मार्च निकाला गया। मार्च में शामिल राजद और वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने राज्य और केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की। मार्च का नेतृत्व कर रहे जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने कहा कि गरीबों का जीना मुहाल हो गया है, कोई देखने वाला नहीं है। राशन दुकान में लूट खसोट मची है, राशन वितरण में में बंदरवाट हो रहा है, लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है। मार्च को देखते हुए सड़क पर पुलिस की व्यवस्था भी सख्त था। पटल बाबू रोड, खलीफाबाग, घंटाघर चौक होते हुए मार्च समाहरणालय पहुंचा। इसके बाद प्रशासन को मांग पत्र सौंपा गया।
बाजार में नहीं दिखा असर, ट्रांसपोर्टरों को हुई परेशानी
भागलपुर। राष्ट्रव्यापी बंद का भागलपुर के बाजार में कोई असर नहीं रहा। ट्रेड यूनियनों ने दुकानें बंद रखने की अपील की, लेकिन एक भी दुकानें बंद नहीं हुई। हड़ताल की वजह से ट्रांसपोर्टरों को परेशानी हुई। हड़ताल और प्रदर्शन में मजदूरों के शामिल होने से ट्रांसपोर्टरों को सामान उतारने और भेजने के लिए मजदूर नहीं मिले। वहीं, थोक दुकानदारों को भी परेशानी हुई। शाम में सभी मजदूर काम पर पहुंचे।
नवगछिया में भी किया विरोध प्रदर्शन
वहीं, केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत नवगछिया अनुमंडल कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया गया। महासभा के जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल ने कहा कि दिल्ली में किसान आंदोलन के नेता योगेंद्र यादव की गिरफ्तारी निंदनीय है। उन्होंने कहा कि सरकार को नया कृषि कानून बिल तुरंत वापस लेना चाहिए। इससे देश के किसानों का भला नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों के लिए काम नहीं कर रही है। किसानों को उचित कीमत नहीं मिल रहा है, इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।