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भागलपुर में तीसरे चरण की काउंसिलिंग के बाद भी नगर निगम में शिक्षकों के 35 पद रह गए खाली

Recruitment of teachers in Bihar भागलपुर में शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया चल रही है। नगर निगम में 85 पद रिक्त थे। 50 अभ्यर्थी का चयन शिक्षक के रूप में किया गया। नवगछिया नगर पंचायत में 65 पद पर नियोजन होना था। यहां 36 पद रिक्त रह गए।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 07:18 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 07:18 AM (IST)
भागलपुर में तीसरे चरण की काउंसिलिंग के बाद भी नगर निगम में शिक्षकों के 35 पद रह गए खाली
बिहार के भागलपुर में शिक्षक नियोजन प्रक्रिया चल रही है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। शिक्षक नियोजन के तीसरे चरण की काउंसिलिंग प्रक्रिया दो केंद्रों पर संचालित की गई। नगर निगम भागलपुर के अभ्यर्थियों के चयन के लिए राजकीय इंटर स्तरीय जिला स्कूल में काउंसिलिंग कैंप बनाया गया था। वहीं, नवगछिया नगर पंचायत के अभ्यर्थियों के लिए राजकीय बालिका इंटर स्तरीय विद्यालय में काउंसिलिंग कैंप बनाया गया था। पारदर्शी तरीके से नियोजन प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार, नगर निगम भागलपुर के नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव, नवगछिया नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी आदि ने नियोजन कैंप का जायजा लिया।

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भागलपुर नगर निगम में शिक्षकों के 85 पद रिक्त थे। काउंसिलिंग के बाद 50 अभ्यर्थी का चयन शिक्षक के रूप में किया गया। वहीं, 35 पद रिक्त रह गए। नवगछिया नगर पंचायत में शिक्षकों के 65 पद पर नियोजन होना था। काउंसिलिंग के बाद 29 अभ्यर्थी का चयन किया गया। यहां भी 36 पद रिक्त रह गए।

इधर, दोनों काउंसिलिंग स्थल पर सुबह से ही अभ्यर्थी और उनके अभिभावकों की भीड़ लगी रही। मास्क पहनने के बाद ही काउंसिलिंग केंद्र के अंदर जाने की अनुमति दी जा रही थी। इसके बावजूद कई बार अभ्यर्थी शारीरिक दूरी की अनदेखी करते भी दिखे।

नगर निगम भागलपुर में सामान्य वर्ग के पुरुष और महिला दोनों वर्ग में 15-15 सीट उपलब्ध थी। सभी सीट पर नियोजन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के पुरुष श्रेणी में चार पदों पर नियोजन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई, हालांकि महिला श्रेणी में चारों पद रिक्त रह गए। पिछड़ा वर्ग के पुरुष कोटे की सभी पांच सीट पर नियोजन हो गया। वहीं, पिछड़ा वर्ग महिला के लिए उपलब्ध चार सीट में मात्र एक पर ही नियोजन हो सका। अत्यंत पिछड़ा वर्ग की आठ सीटों पर नियोजन की प्रक्रिया पूरी हुई, तो महिला वर्ग नौ सीट रिक्त रह गई। अनुसूचित जाति के पुरुष वर्ग में सात में मात्र एक पद पर शिक्षक का नियोजन हुआ, जबकि महिलाओं की सभी छह सीटें रिक्त रह गई।

अनुसूचित जनजाति पुरुष वर्ग की दो में एक सीट ही भर सकी। वहीं, महिला वर्ग की तीनों सीटें रिक्त रह गई। आरक्षित वर्ग की महिलाओं के लिए उपलब्ध तीनों सीटें भी खाली रह गई।

नवगछिया का यह रहा हाल

नवगछिया में समान्य वर्ग के पुरुषों के लिए उपलब्ध 14 सीटें काउंसिलिंग के बाद भर गई। वहीं, महिलाओं के लिए उपलब्ध 12 सीट में मात्र दो पर ही शिक्षक का नियोजन हो सका। दस पद रिक्त रह गए। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के पुरुष के लिए उपलब्ध तीन सीट तो भर गई, लेकिन इसी श्रेणी में महिलाओं के लिए उपलब्ध सभी चार सीट खाली रह गई। पिछड़ा वर्ग के पुरुष के लिए उपलब्ध सभी चार सीटों पर नियोजन कर लिया गया, तो महिलाओं की सभी चार सीट खाली रह गई। ठीक इसी तरह अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पुरुष वर्ग की सभी छह सीट पर योग्य अभ्यर्थी का नियोजन कर लिया गया, लेकिन महिलाओं के लिए उपलब्ध सभी छह सीटें खाली रह गई। अनुसूचित जाति के महिला और पुरुष दोनों वर्ग की सीट काउंसिङ्क्षलग के बाद रिक्त रह गई। वहीं, आरक्षित श्रेणी की महिलाओं के लिए आरक्षित दो सीट भी रिक्त रह गई।


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