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Ram Mandir Bhumi Pujan : बोले जनप्रतिनिधि - राम सकारात्मकता का प्रतीत, इसी सोच से देश की तरक्की संभव

Ram Mandir Bhumi Pujan राम काजु कीन्‍हें बिनु मोहि कहां बिश्राम। जनप्रतिनिधियों और बु‍द्धिजीवियों ने कहा राम सामाजिक समारसता के प्रतीक हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 01:37 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 01:37 PM (IST)
Ram Mandir Bhumi Pujan : बोले जनप्रतिनिधि - राम सकारात्मकता का प्रतीत, इसी सोच से देश की तरक्की संभव
Ram Mandir Bhumi Pujan : बोले जनप्रतिनिधि - राम सकारात्मकता का प्रतीत, इसी सोच से देश की तरक्की संभव

भागलपुर, जेएनएन। Ram Mandir Bhumi Pujan :  अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण का शिलान्‍यास हो गया। पांच अगस्‍त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्‍यास किया। अब वहां भव्‍य मंदिर का निर्माण होगा। भागलपुर के जनप्रतिनधि, विभिन्‍न धर्म के अनुयायियों, बु‍द्धिजीवियों, व्‍यवसायियों और आम लोगों ने कुछ इस प्रकार प्रतिक्रिया दी।

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गीतकार राजकुमार ने कहा कि अयोध्‍या में राम मंदिर का निर्माण शुरू होना यह गौरव की बात है। उन्‍होंने हर्ष व्‍यक्‍त करते हुए तुरंत ही एक कविता रच डाली। जिसमें उन्‍होंने कहा - मिला पांच सौवां बरस, सच को शुभ परिणाम। कुचल असत को अबध में, हुए विराजित राम।। मनी दिवाली अबध में, खिले चतुर्दिक राम। पहुंच गए घर-घर स्वयं, लसित अयोध्याधाम।। जन्मभूमि प्रभु राम की, हुई सुपूजित आज। गूंज रही जिस भूमि से, प्रभु की मृदु आवाज।। शिलान्यास लख अबध में, लगे थिरकने लोग। इसे देखने को दिया, प्रभु ने ही संयोग।।घर-घर में दीपक जले, छूई गगन उमंग। धरती के प्राणी सभी, रंगे राम के रंग।। शिलान्यास मोदी किए, योगी जी थे पास। आनंदी मोहन वहीं, थे खुश ओढ़ उजास।। पावन पांच अगस्त सह, बुद्ध बीस सौ बीस। किया राममय जगत को, 'राज' नबाएं शीश।।

आज का दिन देशवासियों के लिए गौरव का दिन है। सैकड़ों वर्ष बाद अयोध्या में भगवान का मंदिर का निर्माण अब होगा। सभी को धार्मिक पक्ष से हटकर सोचने की जरूरत है। राम मंदिर का निर्माण हो, यही देशवासियों की इच्छा है।  -सुनील झा, पुजारी, बूढ़ानाथ मंदिर।

- वर्षों बाद सातू-संतों की मुराद पूरी हुई है। अयोध्या में मंदिर निर्माण की नींव पड़ गई है। देशवासियों का सपना पूरा हो गया है। सभी को धर्म और समाज से ऊपर उठकर सोचने की जरूरत है। इस पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। -छोटू मिश्र, पुजारी, बूढ़ानाथ मंदिर

-सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू हुआ है। उम्मीद है कि नफरत फैलाने वाली राजनीति अब नहीं होगी। देश की उन्नति के लिए सकारात्मक सोच के साथ एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। -सैयद शाह फकरे आलम हसन, खानकाह पीर दमडिय़ा शाह।

-लोकतंत्र में बहुमत महत्वपूर्ण होता है और बहुमत की इच्छा का सम्मान होना चाहिए। धर्म निरपेक्ष संवैधानिक व्यवस्था में धर्म द्वारा राजनीति पर नियंत्रण स्वस्थ्य परंपरा नहीं है। लोकतंत्र में विविधता में एकता महत्वपूर्ण आयाम है। -डॉ. फारूक अली, पूर्व प्रतिकुलपति, बीएन मंडल विवि, मधेपुरा

हमें एक राष्ट्र के तौर पर आगे बढऩे के लिए समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की जरूरत है। किसी तरह का नफरत पैदा न हो। राम मंदिर विवाद का सुलझ जाना अपने आप में बड़ी बात है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम सभी के लिए आदर्श हैं। आज का दिन सभी देशवासियों के लिए गौरव का दिन है। -राजेश वर्मा, डिप्टी मेयर।

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मस्थली अयोध्या में भव्य राम मंदिर का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। सैकड़ों वर्षो से लोग इसकी प्रतीक्षा कर रहे थे  और अब  देशवासियों के जीवन में यह सुखद क्षण आया है। अब अयोध्‍या में भव्‍य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। - डॉ मृणाल शेखर

अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण संघर्ष करने वालों के लिए आज का दिन काफी खास है। सदियों तक आंदोलन को जिंदा रखने और कुर्बानी के बाद अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्‍त हुआ। ऐसे लोगों को आज नमन है। भगवान श्रीराम का मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक हैं। - डॉ प्रीति शेखर

स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय विचार विभाग प्रमुख दिलीप निराला ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के मंदिर का भूमिपूजन देखकर वे भाव विभोर हो गए। इस संघर्ष में बलिदान होने वाले सभी कारसेवकों का को शत शत नमन। भगवान श्रीराम को काल्पनिक कहने वाले तथाकथित विद्वान और राजनीतिक दल समझ गए कि राम नाम ही सत्य है और यही मुक्ति का मार्ग हैं।

नवगछिया के भाजपा जिलाध्‍यक्ष विनोद कुमार मंडल ने कहा कि भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण का शिलान्यास  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। 500 वर्षों की तपस्या, त्याग और बलिदान का परिणाम है कि आज पुनः भगवान श्रीराम वहां भव्‍य मंदिर में विराजित होंगे। उन्‍होंने इस दिन दीपावली मनाई।

अर्जित शाश्वत चौबे ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के जन्मस्थल पर उनके भव्य मंदिर के शिलान्यास को लेकर भारतवर्ष सहित विश्व के तमाम सनातनियों में खासा उत्साह है। सदियों से इस क्षण का इंतजार था। 492 वर्षों के अपमान एवं सनातन धर्म पर लगा कलंक नष्‍ट हुए। अब वहां रघुकुल रीति का विजय ध्वजा लहराया। उन्‍होंने इस अवसर पर अपने घर में 501 दीप जलाए।

भागलपुर के भाजपा जिलाध्‍यक्ष रोहित पांडेय ने कहा कि अयोध्‍या में बहुप्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन समारोह पर देश जिस तरह राममय और रोमांचित दिखा वह राम नाम की ही महिमा का प्रताप है। भारत के रोम-रोम में राम बसते हैं। अद्भुत सकारात्‍मकता का संचार हुआ। ऐसा वातावरण रामराज्‍य के सपने को भी साकार करेगा। भारत की संस्‍कृति, सामर्थ्‍य और शक्ति से दुनिया परिचित होगा।

पूर्व विधायक ई शैलेंन्‍द्र ने कहा कि आज के दिन करोड़ों रामभक्‍तों के संकल्‍प के पूरा होने का दिन है। न्‍यायप्रिय भारत को सत्‍य, अहिंसा, आस्‍था और बलिदान का यह अनुपम भेंट है।

आकाशवाणी भागलपुर के वरीय उद्धोषक डॉ विजय कुमार मिश्र 'विरजू भाई' ने कहा 'अवधपुरीपुरी प्रभु आवत जानी, भई सकल सोभा कै खानी', 'सब तजि तुम्‍‍हहिं रहई उर लाई, तेहि के हृदय रहहु रघुराई'। उन्‍होंने कहा यह सनानत संस्‍कृति और भारतीयता की जीत है।

विश्‍व हिंदू परिषदके भागलपुर विभाग के विशेष संपर्क प्रमुख राकेश सिन्‍हा ने कहा कि यह आनंद का क्षण है।


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