TMBU: राजभवन के निर्देशों का नहीं दिख रहा असर, नैक मूल्यांकन में फिर फिसड्डी साबित हो सकता है टीएमबीयू
नैक से जुड़ी सारी तैयारियों की जिम्मेदारी इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आइक्यूएसी) की होती है। टीएमबीयू ने इसका कार्यालय प्रशासनिक भवन से हटा दिया है। इससे कार्य बाधित होगा।
भागलपुर, जेएनएन : राजभवन ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से मान्यता के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया है, लेकिन तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) इसे गंभीरता से नहीं ले रहा। नैक से जुड़ी सारी तैयारियों की जिम्मेदारी इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आइक्यूएसी) की होती है। टीएमबीयू ने इसका कार्यालय प्रशासनिक भवन से हटा दिया है। इससे नैक मूल्यांकन का कार्य बाधित हो गया है। वहीं, विश्वविद्यालय की इस कार्यप्रणाली से खिन्न होकर सेल के समन्वयक डॉ. इकबाल अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
डॉ. अहमद बोले- प्रशासनिक भवन में सारी फाइलें, काम करने में होगी परेशानी
टीएमबीयू के कुलसचिव का आदेश है कि डॉ. अहमद केंद्रीय पुस्तकालय के प्रभारी हैं। वहीं के संसाधनों से वे आक्यूएसी का कार्य देखेंगे। इधर, डॉ. अहमद ने कहा कि उनकी सारी फाइलें प्रशासनिक भवन स्थित कार्यालय में हैं। ऐसे में काम करने में मुश्किल होगी। आक्यूएसी का कार्य महत्वपूर्ण है। इसके लिए स्टीयङ्क्षरग कमेटी की बैठक करनी होती है। सेल के हट जाने से कामकाज बाधित हो जाएगा। सेल के कामकाज के लिए कई बार सहायक की मांग की गई, विश्वविद्यालय ने इस पर भी ध्यान नहीं दिया। इन्हीं कारणों से उन्होंने इस्तीफा दिया है। हालांकि उनका इस्तीफा अब तक टीएमबीयू में स्वीकार नहीं किया गया है और उन्हें अगले आदेश तक कार्य करने को कहा गया है। वहीं, जिस कमरे में आक्यूएसी सेल चल रहा था, वहां अब टीएमबीयू के पीआरओ का कार्यालय शिफ्ट किया गया है।
31 अक्टूबर तक भेजी जानी है रिपोर्ट
नैक के मूल्यांकन लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को टीएमबीयू की एनुअल क्वालिटी एश्योरेंस रिपोर्ट (एक्यूएआर) 31 अक्टूबर तक भेजनी है। इसके लिए टीएमबीयू के आइक्यूएसी सेल ने पूर्व में ही सभी पीजी विभागों को पत्र लिखा है, ताकि वे अपना एक्यूएआर समय से जमा कर दें। अब तक ज्यादातर विभागों ने इसे जमा नहीं किया है।