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भागलपुर रेलवे जंक्‍शन : राजस्व में आगे, स्पेशल ट्रेन में पिछड़ा

रेलवे ने सीधे तौर से भागलपुर से स्पेशल ट्रेन न देकर सिल्क सिटी वासियों को उपेक्षित किया है जबकि भागलपुर का राजस्व इन दोनों छोटे स्टेशन की अपेक्षा कहीं ज्यादा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 12:39 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 12:39 PM (IST)
भागलपुर रेलवे जंक्‍शन : राजस्व में आगे, स्पेशल ट्रेन में पिछड़ा
भागलपुर रेलवे जंक्‍शन : राजस्व में आगे, स्पेशल ट्रेन में पिछड़ा

भागलपुर [रजनीश]। रेल मंत्रालय की नजर में भागलपुर जंक्शन छोटे स्टेशनों से भी नीचे है। रेलवे ने भागलपुर की तुलना में बिहार के छोटे स्टेशन दरभंगा (जयनगर) और सहरसा रेलवे स्टेशनों को बेहतर समझा है। इस कारण जंक्शन को स्पेशल ट्रेन की सूची से बाहर कर दिया। रेलवे ने सीधे तौर से भागलपुर से स्पेशल ट्रेन न देकर सिल्क सिटी वासियों को उपेक्षित किया है, जबकि भागलपुर का राजस्व इन दोनों छोटे स्टेशन की अपेक्षा कहीं ज्यादा है। बिहार का पहला स्मार्ट सिटी शहर होने के साथ-साथ भागलपुर पूर्व रेलवे जोन (कोलकाता) का तीसरा राजस्व देने वाला स्टेशन है। इसके बावजूद यात्रियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अब भागलपुर से स्पेशल ट्रेन की मांग जोर पकडऩे लगी है। लॉकडाउन के कारण पूरे देश में यात्री ट्रेनों का परिचालन 23 मार्च से ही बंद है। अब जब रेलवे ने एक जून से सौ जोड़ी ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाने की घोषणा की तो यहां के यात्रियों में एक उम्मीद जगी थी कि कम से कम नई दिल्ली, पटना, रांची और हावड़ा के लिए स्पेशल ट्रेनें मिलेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और स्पेशल टे्रन की सूची से भागलपुर का नाम बाहर कर दिया।

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हजारों परिवार फंसे है दूसरे प्रदेश में

लॉकडाउन में ट्रेन बंद होने के कारण भागलपुर के हजारों परिवार और विद्यार्थी दिल्ली, पश्चिम बंगाल, झारखंड और दूसरों राज्यों में फंसे हैं। स्पेशल ट्रेन की घोषणा से फंसे लोगों में एक आशा की किरण जगी थी की अब घर वापसी के लिए ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। पर, ऐसा नहीं हो सका। पटना और कोलकाता के लिए ट्रेनें चलती तो वहां से फ्लाइट से लोग दूसरे शहर आ-जा सकते थे।

कोलकाता और पटना से होता है व्यापार

भागलपुर से सराफा और रेडीमेड कपड़े का कारोबार 70 फीसद कोलकाता से होता है। शहर में दुकानें तो खुल गई हैं, लेकिन आने-जाने का साधन नहीं होने से कारोबार प्रभावित होगा। जिला स्वर्णकार संघ के उप सचिव अनिल कड़ेल, कपड़ा व्यवसायी अश्वनी जोशी मोंटी, रामगोपाल पोद्दार, मानव केजरीवाल, जॉनी संथालिया ने कहा कि दिल्ली और झारखंड के अलावा कोलकाता और पटना के लिए एक-एक स्पेशल ट्रेन का परिचालन जरूरी है। इससे व्यापारियों को बड़ी राहत होगी।

स्पेशल ट्रेनों की सूची में भागलपुर का नाम नहीं है। रेलवे ने मालदा मंडल के साथ घोर उपेक्षा की है। भागलपुर मंडल का पहला और पूर्व रेलवे जोन का तीसरा राजस्व देने वाला यह जंक्शन है। प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को इसके लिए पत्र लिखा जा रहा है। लॉकडाउन में दिल्ली और रांची में फंसे लोगों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जाए। -अभय वम्र्मन, क्षेत्रीय रेलवे उपभोक्ता सलाहाकर समिति सदस्य, पूर्व रेलवे।

भागलपुर से भी कुछ राज्यों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की जरूरत है। रेलवे ने भागलपुर के साथ उपेक्षा किया है। भागलपुर में बड़ा व्यापारी वर्ग है। इसके बाद भी यहां स्पेशल ट्रेन न देकर सहरसा और जयनगर जैसे स्टेशनों से स्पेशल ट्रेनें दी गई हैं। रेल मंत्री पीयुष गोयल को इसके लिए पत्र लिखा जा रहा है। -कुंज बिहारी झुनझुनवाला, रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति सदस्य, मालदा मंडल।


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