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पूर्णिया का मच्छट्टा उत्कमित उच्च विद्यालय में बुनियादी सुविधा भी नहीं, भगवान भरोसे पढ़ाई

जिला शिक्षा पदाधिकारी से शिक्षक की पदस्थापना व भवन निर्माण कार्य कराने की मांग की है। ग्राम पंचायत मच्छट्टा में मध्य विद्यालय से उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय का दर्जा वर्ष 2011 में दिया गया। फर यहां आज भी बच्‍चों को बुनियादी सुविधा नहीं है।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 04:30 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 04:30 PM (IST)
पूर्णिया का मच्छट्टा उत्कमित उच्च विद्यालय में बुनियादी सुविधा भी नहीं, भगवान भरोसे पढ़ाई
शिक्षक एवं कमरों की कमी से शिक्षण कार्य प्रभावित

जागरण संवाददाता, पूर्णिया । प्रखंड के मच्छट्टा पंचायत के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मच्छट्टा में शिक्षकों व कमरों की कमी के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। फलस्वरूप, छात्रों एवं अभिभावकों में आक्रोश है। जिस कारण स्थानीय ग्रामीणों व प्रतिनिधियों ने छात्रों के भविष्य को अंधकार में देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी से शिक्षक की पदस्थापना व भवन निर्माण कार्य कराने की मांग की है। विदित हो कि ग्राम पंचायत मच्छट्टा में मध्य विद्यालय मच्छट्टा को मध्य विद्यालय से उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय का दर्जा वर्ष 2011 में दिया गया।

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नौ वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं बन पाया हाई स्‍कूल का भवन

उच्च विद्यालय का दर्जा प्राप्त होने के बाद पंचायत वासी सरकार एवं पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए प्रसन्नता जाहिर किया। लोगों को अब अपने बच्चे को उच्च विद्यालय की शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूर दराज के उच्च विद्यालय में भेजना नहीं पड़ेगा। लेकिन 9 वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक भवन का निर्माण नही हो पाया है। जिसमे छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

दो शिक्षकों के भरोसे 402 छात्रों का भविष्‍य

वही विद्यालय में दो शिक्षक है जिसमे विज्ञान विषय के शिक्षक मो. शाहनवाज आलम और सामाजिक विज्ञान के मो. साकिब आलम है। वही उच्च विद्यालय में कुल 402 छात्र- छात्राएं नामांकित हैं।जिसमें नवम वर्ग में 213 और दशम वर्ग में 189 छात्र- छात्राएं नामांकित है। 9 वर्ष बीत जाने के बाद भी जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा शिक्षक की पदस्थापना नहीं किया गया हैं और विद्यालय में लगभग 4 एकड़ भूमि रहने के बाद भी भवन का निर्माण कार्य नही हुआ है।

विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के दो शिक्षकों के भरोसे चल रही है पढ़ाई

प्रभारी प्रधानाध्यापक मो. साकिब ने बताया कि मध्य विद्यालय से उच्च विद्यालय में वर्ष 2011 में किया गया है।और अब तक विभाग द्वारा सिर्फ दो ही विषय विज्ञान और सामाजिक विज्ञान का शिक्षक बहाल किया गया है। उच्च विद्यालय को सुचारू रूप से चलाने के लिए छह शिक्षको की जरूरत है। भवन का निर्माण कार्य नही होने से मध्य विद्यालय का भवन में पठन- पाठन कराया जा रहा है। वहीं परीक्षा के समय सभी नामांकित छात्राएं आते है तो बैठाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। जो बहुत ही दुर्लभ है। शिक्षकों और भवन की कमी के कारण बच्चों को पढ़ाने में कभी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार अनुज ने बताया कि इसे संज्ञान में लिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखित सूचना दे दिया जाएगा।


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