भागलपुर के नाथनगर रेलवे स्टेशन में बड़ा धमाका करने की थी तैयारी, रेल पटरी पर मिले बम के समीप पर्स और पत्र बरामद, जानिए
मुजफ्फरपुर बांका जमुई मुंगेर में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान का लेना चाहते थे बदला। सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने के कारण धमाके के लिए नाथनगर स्टेशन का किया गया था चयन। आइबी की टीम भी कर रही मामले की जांच।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या-2 की पटरी पर बुधवार को शक्तिशाली बम प्लांट किए जाने का मकसद बहुत ही खतरनाक था। बड़ा धमाका कर मुजफ्फरपुर, बांका, जमुई, मुंगेर आदि में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान का बदला लेने की तैयारी थी। बम के समीप मिले पर्स में लाल स्याही से लिखे पत्र का मजमून नक्सलियों की साजिश की तरफ इशारा कर रहा है।
पत्र में मुजफ्फरपुर में चल रहे ऑपरेशन का बदला लेने, चर्चित नक्सली सीतो कोड़ा गुट, पार्टी दस्ते के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान आदि का जिक्र है। प्लांट किए गए बम पश्चिम बंगाल में सक्रिय नक्सली और जरायम पेशेवर अक्सर इस्तेमाल करते रहे हैं।
पुलिस इंस्पेक्टर मु. सज्जाद हुसैन ने कहा कि पटरी के बगल में बम रखे गए थे और उसके कॉपर वायर बाहर निकले हुए थे। जैसे ही कोई ट्रेन गुजरती वह स्पार्क होता और जोरदार धमाके के साथ ब्लास्ट हो जाता। बमों का उपयोग बड़े पुलों को तोडऩे या उड़ाने में किया जाता है। नक्सली या आतंकवादी इसका इस्तेमाल करते हैं।
नाथनगर स्टेशन का बड़ा हिस्सा शाम होते ही अंधेरे में डूब जाता है। यहां गंजेडिय़ों और नशेडिय़ों और अपराधियों का यह अड्डा बन जाता है। अपराधी लूटपाट और छिनतई की घटना को अंजाम देते हैं। इस स्टेशन परिसर में एक भी सीसीटीवी नहीं लगा हुआ है।
जहां पर मिला था बम वहीं मिला तार का गुच्छा
दो नंबर प्लेटफॉर्म पर जहां बुधवार रात को बम मिला, उसी के ठीक सामने झाड़ी से तार का गुच्छा भी बरामद किया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि तार का उपयोग बम को बांधने में किया गया होगा।
सुनियोजित साजिश का पर्दाफाश होने दूसरे दिन भी स्थानीय लोग दहशत में रहे। गुरुवार को आम दिनों की तरह बहुत कम लोग स्टेशन और उसके आस-पास दिखे।
नाथनगर में फिर ट्रेन रोकने की कोशिश, मचा हड़कंप
नाथनगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या-2 की पटरी पर बम मिलने की घटना को अभी 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि गुरुवार की रात असामाजिक तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर मवेशी चारे की चार-पांच बोरियां फेंककर ट्रेन रोकने की कोशिश की। रेलवे ट्रैक पर लावारिस बोरी को देखकर डाउन मार्ग में आ रही दानापुर भागलपुर इंटरसिटी को एक नंबर प्लेटफॉर्म की जगह दो नंबर पर लाया गया। रेल पुलिस ने ट्रैक पर पड़े चारे की बोरियों को हटाया। इस दौरान करीब 13 मिनट तक इंटरसिटी का परिचालन प्रभावित हुआ।
दरअसल, रात 9.50 बजे इंटरसिटी के आने की सूचना एक नंबर प्लेटफॉर्म पर हो रही थी। तभी स्टेशन मास्टर संजय यादव को एक नंबर प्लेटफॉर्म के ट्रैक पर आधा दर्जन मवेशी चारे की बोरियां फेंके जाने की सूचना मिली। इसके बाद दो नंबर प्लेटफार्म से ट्रेन को पार कराया गया। उन्होंने बताया कि लाल शर्ट पहने युवक बोरियां रेलवे ट्रैक पर गिराकर भाग रहा था।