मधेपुरा में बाढ़ से निपटने के लिए तैयारी शुरू, पशु चारा की भी नहीं होगी परेशानी, राहत सामग्री के लिए टेंडर जारी
मधेपुरा में बाढ़ को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। इस बार पशुपालकों को पशु चारा के लिए भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसके लिए अभी से इंतजाम किए जा रहे हैं। साथ ही राहत सामग्री के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है।
संवाद सूत्र, मधेपुरा। बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह चौकस है। जिले में संभावित बाढ़ के मद्देनजर शरण स्थल को चिन्हित किया गया है। शरण स्थल तक जाने के लिए पहुंच पथ बनाने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ से बचाव को लेकर पॉलीथिन शीट््स मंगा लिया गया है। वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्धता बनाए रखने के लिए चापाकलों की मरम्मत, नए चापाकल लगाने को लेकर भी तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा सरकारी व निजी नाव की व्यवस्था को लेकर सभी सीओ को निर्देश दिया गया है। डीएम ने सभी बीडीओ व सीओ को निर्देश दिया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर जर रखें।
सामग्री के लिए किया गया टेंडर
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आवश्यकता के अनुरूप खाद्यान्न के लिए टेंडर कर लिया गया है। ताकि इसका उपयोग मुफ्त खाद्यान्न वितरण किया जा सके। चावल, आटा, सत्तू, नमक, चूड़ा, गुड़, मोमबत्ती, दियासलाई व अन्य जरूरत की सामान संवेदक उपलब्ध कराएंगे।
ब्लिङ्क्षचग व चूना कराया गया उपलब्ध
स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाके में चूना व ब्लिङ्क्षचग पाउडर उपलब्ध करा दिया है। साथ ही हेलोजन टेबलेट के लिए आर्डर दिया गया है। आपूर्ति होने पर तत्काल वितरित किया जाएगा। साथ ही सभी बाढ़ प्रभावित इलाके के पीएचसी को अलर्ट रहने को कहा गया है।
जिला नियंत्रण कक्ष का होगा स्थापना
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी। इसके लिए पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है। तीन शिफ्ट में पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति हुई है। ताकि नियंत्रण कक्ष 24 घंटा काम करता रहे। नियंत्रण कक्ष 15 जून से 15 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा।
बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है। जरूरी सामानों का टेंडर कर लिया गया है। वहीं शरण स्थल को चिन्हित किया गया है। एसडीआरएफ को ट्रेङ्क्षनग दिया जा रहा है। वहीं निजी व सरकारी नाव की व्यवस्था कर ली गई है।
मनीष कुमार, जिला सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी, मधेपुरा