Power crisis Bhagalpur: भागलपुर में 15 अक्तूबर तक रद कर दी गई विद्युत अधिकारी व कर्मियों की छुट्टी, नंबर भी जारी
भागलपुर में लगातार बिजली आपूर्ति प्रभावित है। लोग परेशान हैं। आपूर्ति के लिए ड्यूटी तय। दुर्गापूजा पर कंट्रोल रूम में तीन पालियों में ड्यूटी पर रहेंगे कर्मी। 15 तारीख तक विद्युत आपूर्ति अंचल कार्यालय में कार्यरत रहेगा नियंत्रण कक्ष।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। दुर्गापूजा पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए विद्युत विभाग ने विशेष इंतजाम किया है। 15 अक्टूबर तक विद्युत अधिकारी व कर्मियों की छुट्टी रद करते हुए ड्यूटी तय कर दी गई है। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अवर सचिव शत्रुघ्न कुमार सुमन के निर्देश पर मायागंज स्थित विद्युत आपूर्ति अंचल कार्यालय परिसर में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। यहां दो-दो अधिकारियों की दो पालियों में दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक एवं रात 10 बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक ड्यूटी लगाई गई। बुधवार से इनकी ड्यूटी तीन पालियों में ली जाएगी। यह विशेष व्यवस्था 15 अक्तूबर तक रहेगी।
नियंत्रण कक्ष का प्रभार विद्युत कार्यपालक अभियंता (तकनीकी) को सौंपा गया है, उन्हें इसका नोडल पदाधिकारी भी बनाया गया है। नियंत्रण कक्ष विद्युत आपूर्ति अंचल, भागलपुर में कार्यरत रहेगा। किसी तरह की गड़बड़ी की शिकायत उपभोक्ता नियंत्रण कक्ष के मोबाइल नंबर 7485802214 पर दर्ज करा सकते हैं। साथ ही सभी संबंधित पदाधिकारियों को दुर्गापूजा के अवसर पर निर्बाध बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अविलंब आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। वहीं मुख्यालय व क्षेत्रीय स्तर पर गठित नियंत्रण कक्ष को लगातार स्थानीय जिला प्रशासन के नियंत्रण कक्ष से संपर्क बनाए रखने को कहा गया है। किसी प्रकार की कठिनाई उत्पन्न होने पर इसके निष्पादन के लिए त्वरित कार्रवाई करने और इसकी सूचना संबंधित पदाधिकारी एवं मुख्यालय पटना को देने कहा गया है।
अधीक्षण अभियंता कुमार गौरव पांडेय ने जिले के सभी कार्यपालक अभियंता को निर्देशित किया है कि सार्वजनिक अवकाश अवधि में वे और अधीनस्थ पदाधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने मुख्यालय में उपस्थित रहेंगे। विशेष परिस्थितियों को छोड़ 15 अक्तूबर तक बिजली कर्मियों को कोई अवकाश नहीं मिलेगा।
दावा फेल, 72 घंटे में ही 50 मेगावाट की कटौती, हाहाकार
सबौर ग्रिड के हिस्से की बिजली में तीन दिन बाद फिर भारी कटौती कर दी गई। गत शनिवार से सबौर ग्रिड को फूललोड बिजली मिलने लगी थी, आपूर्ति में सुधार हो गया था। लेकिन 72 घंटे बाद ही यानी मंगलवार की दोपहर दो बजे से कटौती कर 80 की जगह मात्र 30 मेगावाट कर दी गई। आधी से भी कम बिजली मिलने से सबौर ग्रिड से रोटेशन के आधार पर विद्युत उपकेंद्रों को बिजली वितरित की गई। इसके चलते शहर में घंटों बत्ती गुल रही। ग्रामीण इलाकों में तो आपूर्ति पूरी तरह से ठप रही। उमस भरी गर्मी में लोगों की परेशानी बढ़ गई। पानी के लिए हाहाकार मचा रहा। यही हाल रहा तो इसबार दशहरा का मेला भी फीका पड़ जाएगा।
गत शुक्रवार को बिहार स्टेट पावर होङ्क्षल्डग कंपनी लिमिटेड के सीनियर प्रोटोकाल आफिसर ख्वाजा जमाल ने शनिवार से बिजली आपूर्ति में सुधार होने और दशहरा में बिजली की समस्या उत्पन्न नहीं होने का दावा किया था। दावे के मुताबिक शनिवार से बिजली में सुधार हुआ, लेकिन तीसरे दिन ही दावे की हवा निकल गई।
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