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समाजसेवी शब्द पर गरमाई राजनीति, लोग बोले- महिला जनप्रतिनिधियों के पति ने कर रखा है अवैध कब्जा

समाजसेवी शब्‍द पर पूर्णिया की राजनीति गरमा गई है। दरअसल महिला जनप्रतिनिधि के पति शिलापट पर भी समाजसेवी लिखकर अपना नाम अंकित कराने लगे हैं। ताजा मामला नगर निगम से जुड़ा है। मेयर के पति ने इसे अंकित करवाया है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 11:25 AM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 11:25 AM (IST)
समाजसेवी शब्द पर गरमाई राजनीति, लोग बोले- महिला जनप्रतिनिधियों के पति ने कर रखा है अवैध कब्जा
पूर्णिया में हाल ही में लगाए गए बोर्ड में दर्ज समाजसेवी का नाम। जागरण।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। इस दिनों पूर्णिया में समाजसेवी शब्द को लेकर राजनीति गरमा गई है। इंटरनेट मीडिया पर इसको लेकर चर्चा तेज हो गई है। लोगों का कहना है कि इस शब्द पर अब महिला जनप्रतिनिधियों के पति दुरुपयोग कर रहे हैं। ताजा मामला नगर निगम का है।

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वैसे तो नगर निगम अपने मनमानी रवैया और नियम का उल्लंघन को लेकर लोगों के बीच अक्सर चर्चा में बना रहता है। निगम के कार्यशैली और कामकाज में मनमानी रवैये को लेकर लगातार आरोप में घिरा रहा है। नगर निगम में टेंडर, निर्माण कार्य में आरोप-प्रत्यारोप के बाद अब शहरी क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्य के शिलापट्ट पर लगातार मेयर पति समाजसेवी प्रताप सिंह का नाम आना चर्चा का विषय बन गया है। इसको लेकर सोशल मीडिया से लेकर शहर के लोगों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। लोग नियम का उल्लंघन कर शिलापट्ट पर जबरन समाजसेवी का नाम अंकित करने की बात कह रहे हैं।

सवाल है कि शिलापट्ट पर वैसे व्यक्ति का नाम जो निगम के पदधारक या जनप्रतिनिधि नहीं हैं फिर भी समाजसेवी के रूप में नाम कैसे अंकित हो रहा है। वास्तविकता है कि नगर निगम क्षेत्र के कई वार्ड में ऐसा शिलापट्ट लगा हुआ है जिसमें मेयर, डिप्टी मेयर के अलावा गरिमामयी उपस्थिति में सांसद, विधायक, वार्ड पार्षद के अलावा समाजसेवी प्रताप सिंह का नाम अंकित है। कहा जा रहा है कि अगर शिलान्यास के दौरान समाजसेवी का नाम अंकित किया जाना है तो उस दौरान स्थानीय कई समाजसेवी लोग मौजूद रहते हैं जिसका नाम अंकित ना कर मेयर पति समाजसेवी प्रताप सिंह का नाम ही क्यों अंकित किया जा रहा है। बताया जाता है कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि नगर निगम के शिलापट्ट पर किसी कार्यक्रम में उपस्थिति के दौरान मौजूद समाजसेवी का नाम अंकित किया जा सके, यह नियम का उल्लंघन कर जबरन और मनमानी तरीके से अंकित किया गया है जो नगर निगम में अक्सर देखने को मिलता है।

नगर निगम के शिलापट्ट पर किसी पदधारक या जनप्रतिनिधि के अलावा नाम अंकित होना नियम का उल्लंघन है। इस मामले को वे अपने स्तर से देखेंगे।

जीउत कुमार सिंह, नगर आयुक्त


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