बांका में पांच रुपये के विवाद में लोहे के रॉड से पुलिस जवान को मार डाला
चंद्रशेखर बिहार पुलिस के जवान थे। वह आरा में पदस्थापित थे। जवान भागलपुर से ट्रेन पकड़कर ड्यूटी जानेवाले थे। वह भागलपुर जाने के लिए बाइक से निकला था। पांच रुपये को ले विवाद हुआ।
बांका, जेएनएन। भागलपुर-हंसडीहा मुख्य सड़क मार्ग पर गुरुवार को रजौन बाजार स्थित नरीपा मोड़ के समीप एक पुलिस जवान को लोहे के रड से हमलाकर मौत के घाट उतार दिया। शव की पहचान मिर्जापुर निवासी चंद्रशेखर पंझा (50) के रुप में हुई है। चंद्रशेखर बिहार पुलिस के जवान थे। वह आरा में पदस्थापित थे। जवान भागलपुर से ट्रेन पकड़कर ड्यूटी जानेवाले थे। वह भागलपुर जाने के लिए बाइक से निकला था। इसी क्रम में उसकी बाइक पंचर हो गई। इसके बाद नरीपा मोड़ के समीप चंद्रशेखर पंझा रितेश यादव नामक मिस्त्री से पंचर बनाया। महज पांच रुपये के विवाद में रितेश ने बाइक की पहिया से टायर खोलने वाले लोहे से सिर पर हमला कर दिया। इससे जवान की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। मौत के बाद जवान के शव को दुर्घटना का रुप देने के लिए रितेश ने सड़क किनारे फेंक दिया।
स्वजन एवं पुलिस सड़क दुर्घटना मानकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया था। इसी क्रम में चिकित्सकों ने बताया कि सिपाही की मौत लोहे के रड के हमले में हुई है। इसके बाद स्वजनों एवं पुलिस ने जब इसकी पड़ताल की हत्या की बात सामने आई। पुलिस ने आरोपित रितेश यादव एवं उसकी भाभी सविता देवी को हिरासत में ले लिया। दोनों ने हत्या की बात स्वीकार की है। पुलिस ने खून से सना हुआ लोहे का रड भी बरामद कर लिया है। इधर, स्वजनों को घटना की जानकारी मिलते ही मृतक की पत्नी शबनम देवी दहाड़ मार कर रोने लगी। मृतक अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र सौरभ (20), सिंपल (18) व पुत्री तनुजा (22) सहित भरा पड़ा परिवार साथ छोड़ गए हैं। घटना को लेकर जवान के गांव मिर्जापुर गांव में मातम पसरा हुआ है।
घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली गई। जवान हत्याकांड में पुलिस ने देवर -भाभी को हिरासत में लिया है। हत्या को लेकर मृतक की पत्नी के बयान केस किया जा रहा है। - डीसी श्रीवास्तव, एसडीपीओ, बांका