दिन में शेरनी दल और रात में साइकिल दल अपराधियों पर मारेगा झपट्टा
सुपौल में अपराधियों को पकड़ने के लिए साइकिल दल रात 10 से सुबह छह बजे तक गश्त करेगा। दिन में शेरनी दल के सदस्यों की गश्त लगातार जारी रहेगी। कोहरे में अपराधियों की सक्रियता काफी बढ़ जाती है। इस कारण यहां की पुलिसिंग व्यवस्था दुरूस्त किया गया है।
सुपौल, जेएनएन। जाड़े में कुहासा के कारण दृश्यता कम हो जाती है तो इसका फायदा अपराधी उठाते हैं और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसे देखते हुए सुपौल पुलिस ने शेरनी दल और साइकिल दल का गठन किया है। दिन में शेरनी दल और रात में साइकिल दल अपराधियों पर झपट्टा मारेगा। इन दलों के अलावा पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारी भी गश्त लगाएंगे। यानी पुलिस ने 24 घंटे गश्ती की रूपरेखा तैयार कर इसपर अमल शुरू कर दी है। इससे अपराधों के अलावा शराब की होम डिलीवरी पर भी विराम लगेगा।
20-20 के ग्रुप में हैं साइकिल दल के जवान
सुपौल पुलिस ने रात्रि गश्ती को लेकर गश्ती दल के 40 सदस्यों को 20-20 के ग्रुप में बांटा है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में यह दल रात के 10 बजे से सुबह के 06 बजे तक गश्ती करेगा। एसपी ने इन जवानों के बीच साइकिल के साथ-साथ सभी को पिस्तौल और टार्च मुहैया कराया है। इसके अलावा सभी एसएचओ, डीएसपी, सर्किल इंस्पेक्टर और एसपी भी गश्त पर रहेंगे।
महिला सिपाहियों का है शेरनी दल
पुलिस अधीक्षक ने महिला सिपाहियों की टीम बनाकर उनका नाम शेरनी दल रखा है। इस दल के सदस्य सभी स्कूल, कॉलेज, मॉल पर दिन में अपनी नजर बनाकर रखती हैं।
कोढ़ा गैंग पर पुलिस की विशेष नजर
सुपौल में लगातार दो छिनतई की घटना को अंजाम देने वाले कोढ़ा गैंग को पकडऩे के लिए एसपी ने जवानों को आवश्यक निर्देश दिया है। रात्रि गश्ती में इन पर पैनी नजर रखने को कहा है। दरअसल इस गैंग के सदस्य रात को कहीं छुप कर रहते हैं और सुबह बैंकों में जाकर बड़ी राशि की निकासी करनेवालों पर नजर रखते हैं। पैसा लेकर निकलने के बाद यह गैंग उचित स्थान देखकर अपने शिकार को निशाना बनाते हैं।
बोले पुलिस अधीक्षक
एसपी मनोज कुमार ने बताया कि गश्ती को और प्रभावी बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। वे खुद रोजाना रात को किसी भी थाना क्षेत्र में पहुंचकर गश्ती का जायजा ले रहे हैं। सोमवार की देर रात इसी क्रम एसपी सुपौल स्टेशन पहुंचे। उन्होंने बताया कि साइकिल दल के जवान रात के 10 बजे से सुबह 06 बजे तक गश्ती करेंगे और दिन में शेरनी दल के सदस्य गश्त लगाएंगी। इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारियों की गश्ती भी जारी रहेगी।