जयकिशन हत्याकांड में जदयू नेता पप्पू साह पर चार्जशीट करेगी पुलिस
आइजी ने एसएसपी और सिटी डीएसपी के साथ वर्ष 2017 के गंभीर कांडों की समीक्षा कर की। उन्होंने शहर के थानों के थानेदार व जांचकर्ताओं के साथ अलग अलग केस की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए।
भागलपुर (जेएनएन)। शहर के चर्चित जयकिशन हत्याकांड में जोनल आइजी सुशील मानसिंह खोपड़े ने जदयू नेता दिलीप कुमार साह उर्फ पप्पू साह पर कोतवाली पुलिस को न्यायालय में चार्जशीट दाखिल करने का निर्देश दिया है। आइजी ने एसएसपी आशीष भारती और सिटी डीएसपी राजवंश सिंह के साथ वर्ष 2017 के गंभीर कांडों की समीक्षा कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कोतवाली पुलिस को निर्देशित किया है। उन्होंने शहर के सभी थानों के थानेदार और जांचकर्ताओं के साथ अलग अलग केस की समीक्षा की।
27 जनवरी 2014 की शाम हुई थी गोली मारकर हत्या
गौरतलब है कि 27 जनवरी, 2014 की शाम स्टेशन रोड स्थित जैन पेट्रोल पंप से पैदल घर लौट रहे जयकिशन शर्मा की अपराधियों ने गोशाला रोड पर गोली मारकर हत्यह्या कर दी थी। गोली मारने की घटना पवन डालुका के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। मगर सीसीटीवी में स्पष्ट फोटो नहीं आने के कारण अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। बाद में तकनीकी अनुसंधान के आधार पर इसमें अमजद मियां का नाम सामने आया था। इस मामले में अमजद मियां पर पुलिस ने पांच अगस्त 2016 को चार्जशीट दाखिल कर दी थी।
केस में नाम आते ही शहर से भाग निकला था पप्पू साह
जयकिशन हत्याकांड में पुलिस पर आरोपितों का पता लगाने का काफी दबाव है। इस मामले में जयकिशन शर्मा के पुत्र व प्राथमिकी के सूचक सूरज शर्मा ने धारा 164 के तहत न्यायालय में बयान दिया था। जिसमें पप्पू साह का नाम आया था। पप्पू साह के विरुद्ध पुलिस ने न्यायालय से वारंट लेकर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी थी तो वह शहर छोड़कर भाग निकला था। उसकी जमानत अर्जी भागलपुर न्यायालय से खारिज हो गई थी। पटना हाइकोर्ट से जमानत के बाद पप्पू साह शहर लौटा था।
पुलिस को झेलनी पड़ी थी फजीहत
जयकिशन शर्मा हत्याकांड में तत्कालीन मोजाहिदपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती के कारण पुलिस को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी। उन्होंने जयकिशन शर्मा हत्याकांड में 12 मई 2016 को हर्ष सिंह को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड को नया मोड़ देने की कोशिश की थी। हर्ष राठौर को हथियार के साथ गिरफ्तार कर यह स्वीकारोक्ति बयान दिलाया गया कि हर्ष और अमित कुमार साह उर्फ पप्पू सोनार ने मिलकर जयकिशन शर्मा की 27 जनवरी 2014 को गोली मार हत्या कर दी थी। लेकिन इस झूठ की पोल तब खुल गई, जबकि पप्पू सोनार के परिजनों ने पुलिस को सबूत दिए कि जिस समय जयकिशन की हत्या हुई थी उस वक्त वह किसी मामले में जेल में था।