Bhagalpur Crime: स्कार्पियो चालक मनीष की खुदकुशी मामले में नवगछिया एसपी ने डीजीपी को भेजी रिपोर्ट
डीआइजी को भी दी प्रतिलिपि रिपोर्ट में कहा आरोपित स्वयं गमछा लगा कर की थी खुदख़ुशी यूडी केस हुआ है दर्ज। घटना की न्यायिक जांच के लिए। एसपी के अनुरोध पर डीएम ने जिला जज से किया लिखित अनुरोध।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। नवगछिया के झंडापुर सहायक थाने की हाजत में विभूति कुमार उर्फ मनीष की फंदे लगने से हुई मौत मामले में नवगछिया एसपी ने प्रभारी डीजीपी को अपनी रिपोर्ट गुरुवार को भेज दी है। एसपी सुशांत कुमार सरोज ने रिपोर्ट की प्रतिलिपि रेंज डीआइजी सुजीत कुमार को भी दे दी है।
रिपोर्ट में एसपी ने मनीष की फंदे से लटकने से हुई मौत पर कहा है कि मनीष ने स्वयं के गमछे का फंदा बना खुदकुशी कर ली थी। घटना को लेकर एसडीपीओ की जांच रिपोर्ट और झंडापुर सहायक थानाध्यक्ष की रिपोर्ट के आधार पर थाने में घटना को लेकर यूडी केस दर्ज कर लिया गया है। एसपी नवगछिया ने भेजी रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी है कि मृत आरोपित मनीष के शव को लेकर सड़क जाम किया गया था। जिसको लेकर कोरोना गाइडलाइंस के उलंघन तथा निर्धारित की गई विधिसम्मत कार्रवाई करते हुए केस दर्ज किया गया है। हाजत में हुई आरोपित मनीष की मौत को लेकर मामले में न्यायिक जांच के लिए एसपी नवगछिया ने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को लिखा था। जिलाधिकारी ने उक्त पत्र के आधार पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय को पत्र लिख न्यायिक जांच का अनुरोध कर दिया है। जिला जज मामले में न्यायिक जांच के लिए नवगछिया व्यवहार न्यायालय के न्यायिक पदाधिकारी को नामित करने की कवायद शुरू कर दी है।
थाने की हाजत में अपने गमछे से लगा लिया था फंदा
मालूम हो कि बिहपुर थानाक्षेत्र के गौरीपुर निवासी शंभू कुमार दास के पुत्र विभूति कुमार उर्फ मनीष कुमार की मौत झंडापुर सहायक थाने की हाजत में हो गई थी। विभूति स्कार्पियो का चालक था। मृतक के भाई ने पुलिस को जानकारी दी थी कि 23 अप्रैल को स्कार्पियो लूट के आरोप में मनीष को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस उसी दिन से उसे पकड़ कर रखे हुए थी। उसके साथ पुलिस हाजत में मारपीट की गई थी। 27 अप्रैल को उसका शव हाजत में गमछे के फंदे से लटका पाया गया था। स्वजनों का कहना कि गिरफ्तार होने के 24 घंटे के अंदर जेल भेज देना चाहिए था। चार दिन से पुलिस इसको टार्चर कर रही थी। मनीष गांव के ही फूलो मंडल का स्कार्पियो गाड़ी चलाता था। 22 अप्रैल को गौरीपुर से मड़वा गांव बारात गई थी। बारात गांव पहुंचने के बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने कहा गौरीपुर पहुंचा दो। गौरीपुर के पास घात लगाए पांच की संख्या में अज्ञात आपराधियों ने चालक को बंधक बनाकर गाड़ी लूट लिया। चालक को साहेबपुर कमाल में छोड़ दिया। चालक का मोबाइल भी लूट लिया था। चालक ने गाड़ी मालिक को फोन किया था। पुलिस अनुसंधान में बाद में चालक की संलिप्तता सामने आई थी। पुलिस चालक मनीष को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। पुलिस का कहना था चालक हाजत में अपने गमछे का फंदा बना फांसी लगा ली थी।