प्रयागराज में पकड़े गए महाराजपुर गैंग के शातिर, भागलपुर, जमुई और साहिबगंज पुलिस से साधा संपर्क
पकड़े गए 20 आरोपितों में साहिबगंज के महराजपुर भागलपुर के पीरपैंती जमुई और झारखंड के दुमका के अलावा पश्चिम बंगाल के बड़हरवा के रहने वाले बताए गए हैं। आरोपित दो-तीन हजार रुपये महीने का कमरा किराये पर ले रखा था। पढ़ाई के नाम पर लिया था कमरा।
भागलपुर, जेएनएन। बिहार-झारखंड और पश्चिम बंगाल में मोबाइल लूट और चोरी में सक्रिय महराजपुर गैंग की उत्तरप्रदेश के प्रयागराज (इलाहाबाद) में पैठ उजागर हुई है। वहां की सर्विलांस टीम और कैंट पुलिस ने दो दिन पूर्व नेवादा के पास तकनीकी जांच के जरिए तीन बदमाशों को दबोचा। कैंट थाने के इंस्पेक्टर नीरज वालिया के साथ सर्विलांस टीम के बृजेश सिंह भी छापेमारी में थे। नेवादा से दबोचे गए तीन आरोपितों की निशानदेही पर मुटठीगंज, नैनी और कोतवाली इलाके से 20 आरोपितों को दबोचा। आरोपित दो-तीन हजार रुपये महीने का कमरा किराये पर ले रखा था। पढ़ाई के अलावा अगरबत्ती, मोमबत्ती बेचने वाला बता किराए पर कमरे ले रखे थे। पकड़े गए आरोपितों में महाराजपुर गैंग से जुड़े विवेक, राजकिशोर, रामा तूरी, परवेज आदि शामिल हैं। पकड़े गए 20 आरोपितों में साहिबगंज के महराजपुर, भागलपुर के पीरपैंती, जमुई और झारखंड के दुमका के अलावा पश्चिम बंगाल के बड़हरवा के रहने वाले बताए गए हैं। उनके आपराधिक इतिहास के लिए प्रयागराज के एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने भागलपुर समेत उपरोक्त जिलों की पुलिस से संपर्क साधा है। आरोपितों के पास से 78 मोबाइल बरामद किए गए हैं जो काफी महंगे हैं।
एक दशक पूर्व कानपुर में करोड़ों के जेवरात चोरी में गैंग था शामिल
महाराजपुर गैंग ने पूर्व में कानपुर के चौरसिया बंधु के घर से एक दशक पूर्व करोड़ों रुपये मूल्य के हीरे जड़े जेवरात की चोरी की थी। तब कानपुर के डीआइजी के नेतृत्व में भागलपुर, साहिबगंज में छापेमारी की गई थी। तब भागलपुर के पप्पू डॉन की पत्नी को वहां से आई टीम ने मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर जावेद महबूब की अगुआई में गिरफ्तार किया था। उसके पास से 70 लाख मूल्य के हीरे जड़े सोने की चेन तब बरामद की गई थी। तब कानपुर से पहुंची स्पेशल टीम के निशाने पर तब पप्पू डॉन, सुभाष तामखरे उर्फ राज बंबइया, शंकर साव समेत साहिबगंज के भी आरोपित थे।