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PM Narendra Modi Virtual Rally : पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल को प्रधानमंत्री ने दिए कई सौगात, रेलवे में जुड़ा नया अध्‍याय

PM Narendra Modi Virtual Rally प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ सभी इलाकों में कई रेल परियोजनाओं को वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये लोकार्पण कर एक साथ कई सौगात दिए।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 03:29 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 03:29 PM (IST)
PM Narendra Modi Virtual Rally : पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल को प्रधानमंत्री ने दिए कई सौगात, रेलवे में जुड़ा नया अध्‍याय
PM Narendra Modi Virtual Rally : पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल को प्रधानमंत्री ने दिए कई सौगात, रेलवे में जुड़ा नया अध्‍याय

भागलपुर, जेएनएन। PM Narendra Modi Virtual Rally : पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल वासियों के लिए शुक्रवार का दिन यादगार बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ सभी इलाकों में कई रेल परियोजनाओं को वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये लोकार्पण कर एक साथ कई सौगात दिए। प्रधानमंत्री ने सबसे बड़ा तोहफा कोसी के सुपौल को दिया।

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उन्होंने कोसी नदी पर रेल महासेतु जनता को समर्पित किया। 86 साल बाद कोसी और मिथिलांचल का मिलन हुआ। प्रधानमंत्री ने सुपौल-आसमानपुर-कुपहा-राघोपुर नई रेल लाइन पर डेमू (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। सीमांचल इलाके में कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी विद्युतीकरण योजना का उद्घाटन किया। साथ ही नई ट्रेन का रिमोट दबाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री भागलपुर-शिवनारायणपुर रेलखंड पर नव निर्मित विद्युतीकरण योजना का लोकार्पण किया।

उन्होंने रिमोट दबाकर इलेक्ट्रिक इंजन से जुड़ी मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रेल सेक्शन पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का परिचालन विधिवत शुरू हो गया। प्रधानमंत्री ने रेल विद्युतीकरण योजना की सौगात भागलपुर वासियों को दी। इस रेल सेक्शन पर पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन से 58 वैगन वाली मालगाड़ी चलाने वाले लोको पायलट जेपी पाल और सहायक लोको पायलट एन आनंद इसका गवाह बने। पूर्व बिहार के लखीसराय जिले के किऊल नदी पर रेल पुल और लखीसराय हाईटेक इंटरलॉकिंग कार्य का शुभारंभ कर जनता को सुपुर्द किया।

कोसी महासेतु के लोकार्पण के दौरान पीएम ने कहा कि 1934 के भूकंप ने बिहार के कोसी और मिथिलांचल से अलग-अलग कर दिया था। लोगों को महज 22 किमी पहुंचने के लिए तीन सौ किमी दूरी तय करनी पड़ रही थी। रेल मंत्री पीयुष गोयल ने कहा कि बिहार में 2014 से पहले यूपीए सरकार के पांच वर्षों में महज तीन सौ किमी रेल लाइन बनी। वहीं, 2014 के बाद अभी तक सौ किमी रेल लाइन का निर्माण पूरा हुआ है। वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान मेक इन इंडिया मेड इन इंडिया के तहत मधेपुरा बने इलेक्ट्रिक इंजन फैक्ट्री का दो मिनट को डेमो भी प्रदर्शित किया गया।


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