PM Kisan Samman Nidhi: बांका में 77 हजार आवेदन रद, दो लाख 17 हजार किसानों को मिल रहा सम्मान
बांका में दो लाख 17 हजार किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है। वहीं 77 हजार किसानों के आवेदनों को रद कर दिया गया है। इसके अलावा करीब 37 हजार आवेदन विभिन्न स्तरों पर लंबित हैं।
संवाद सूत्र, बांका। किसानों को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए सरकार द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत की गई है। इसके तहत किसानाें को साल में तीन बार दो हजार रुपये के हिसाब से खातें में भेजी जाती है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से जिले में 39 हजार आवेदन लंबित हैं। इसमें से सबसे अधिक सीओ स्तर पर 26 हजार 921 आवेदन अधर में लटका हुआ है।
ज्ञात हो कि
पीएम किसान सम्मान निधि योजना से छोटे किसानों को काफी लाभ मिलता है। सरकार की इस योजना से छोटे किसानों को फसल के बोआई से लेकर कटाई तक होने वाले खर्च के लिए किन्हीं के आगे हाथ पसारना नहीं पड़ता है। इससे किसान अपनी खेती आसानी से कर सकते हैं, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण 39 हजार किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
सीओ स्तर पर सबसे अधिक आवेदन लंबित
किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने में सबसे बड़ी बाधक सीओ है। सीओ के पास 27 हजार 774 आवेदन लंबित हैं। जबकि कृषि समन्वयकों के पास नौ हजार 350 और एडीएम स्तर पर दो हजार 184 आवेदन लंबित है। इसके साथ ही विभिन्न कारणों से 77 हजार 64 आवेदन रद कर दिए गए हैं। इसमें सबसे अधिक सीओ स्तर से 50 हजार 44 आवेदन, कृषि समन्वयक स्तर से 25 हजार 741 आवेदन और एडीएम स्तर से एक हजार 239 आवेदन रद किए गए हैं। इस तरह से लंबित और रद आवेदन की बात करें तो एक लाख 16 हजार 114 ओवदन हैं।
प्रखंडवार सीओ के पास लंबित आवेदन एवं मिल रहा लाभ
प्रखंड लंबित आवेदन लाभ
अमरपुर 144 13387
बांका 15 21279
बाराहाट 1667 13540
बौंसी 6426 17220
बेलहर 377 22650
चांदन 3323 26054
धोरैया 5445 21980
फुल्लीडुमर 1627 15584
कटोरिया 2736 34584
रजौन 3058 16814
शंभुगंज 2103 14812
कोट:
पीएम किसान सम्मान योजना के तहत छोटे किसानों को लाभ दिया जाता है। ताकि छोटे किसानों को खेती में होने बाले खर्च के लिए साहूकारों के आगे हाथ न फैलाना पड़े। इसमें गलत तरीके से भी लाभ लेने के लिए आवेदन कर देते है। ऐसे में आवेदन की तीन स्तर से जांच होने के बाद ही उनकी रिपोर्ट आगे भेजी जाती है।
विष्णुदेव कुमार रंजन, जिला कृषि पदाधिकारी, बांका