भागलपुर में तीन दर्जन लोग प्लाज्मा दान करने को तैयार
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अब आम लोग भी आगे आने लगे हैं।
भागलपुर। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अब आम लोग भी आगे आने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह में भागलपुर के तीन दर्जन लोगों ने कोरोना संक्रमितों के लिए प्लाज्मा देने की सहमति दी है। इनमें छात्र, चौकीदार और एक महिला भी शामिल है।
प्लाज्मा मिलने के बाद गंभीर कोरोना संक्रमितों के इलाज में सहूलियत होगी। घंटाघर स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती कोरोना मरीज जब स्वस्थ हुए तो उनसे प्लाज्मा दान करने की बाबत पूछा गया। इनमें से कइयों ने अपनी सहमति दी। पिछले एक सप्ताह से चिकित्सकों ने प्लाज्मा को लेकर कोरोना से स्वस्थ हो चुके लोगों से सहमति लेने का सिलसिला शुरू किया है। घोघा के एक छात्र ने बताया कि उनके बड़े भाई को कोरोना हो गया था। घर के सभी सदस्य डर गए। उन्हें कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया। स्वस्थ होकर लौटने के दौरान चिकित्सक ने उनसे प्लाज्मा दान करने की बाबत पूछा। छात्र ने बताया कि भाई के स्वस्थ होने से वह बहुत खुश थे। इस कारण भाई से पहले उन्होंने ही सहमति दे दी। नाथनगर थाने के चौकीदार ने भी प्लाज्मा दान करने की इच्छा जताई है। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व दो बार वे रक्तदान भी कर चुके हैं। कोविड सेंटर के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार के निर्देश के मुताबिक स्वस्थ होकर लौटने वाले लोगों से पूछा जाता है कि प्लाज्मा दान करने के लिए वह तैयार हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि अगर गंभीर कोरोना मरीजों को प्लाज्मा की जरूरत होगी तो सहमति जताने वालों से संपर्क किया जाएगा। उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में रक्त देना होगा। अभी तक शहरी क्षेत्र के भीखनपुर, खंजरपुर व सुरखीकल के अलावा सुल्तानगंज, शाहकुंड, गोपालपुर, घोघा, कहलगांव, नवगछिया, सबौर के लोगों ने प्लाज्मा देने की इच्छा जता चुके हैं। इनके मोबाइल नंबर भी रजिस्टर में दर्ज किए गए हैं। :- मेडिकल कॉलेज में हो रही प्लाज्मा थेरेपी की तैयारी : जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में प्लाज्मा थेरेपी की व्यवस्था की जा रही है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया कि इसके लिए डॉक्टरों की पांच सदस्यीय समिति भी बनाई गई है। समिति को शीघ्र ही जिन संसाधनों की जरूरत होगी, उनकी सरकार से मांग की जाएगी।