पिंकी हत्याकांड अररिया: बहुओं पर अत्याचार मामले में जुड़ी नयी कड़ी, मर्डर बना पहेली
पिंकी हत्याकांड अररिया- पिंकी की मौत के बाद पोस्टमार्टम से पता चल सकता था कि कैसे उसकी हत्या की गई। लेकिन शव को जला देने के बाद उसकी मौत भी पहले बन गई। मृतका के चचेरे भाई दिलीप कुमार झा के आवेदन पर बारह लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई...
संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया): पिंकी हत्याकांड अररिया- नरपतगंज प्रखंड के फतेहपुर पंचायत में सोमवार की रात विवाहिता 22 वर्षीय पिंकी कुमारी की हत्या कर जला कर सबूत मिटाने की मामले की जांच क्रम में पुलिस कई बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही है। सूत्रों के मुताबिक मृतका का एक भाई दिल्ली में रहता था जिसकी विद्युत स्पर्शाघात से तीन माह पूर्व मौत के बाद बिजली विभाग के द्वारा दस लाख रुपये की मुआवजा राशि मृतका के खाते में आई थी, जिसको लेकर पति आशीष कुमार मिश्रा बराबर मारपीट किया करता था।
पति कहा करता था कि तुम्हारे पिता दहेज में रुपया नहीं दिया था। अब यही रुपया निकाल कर हमको दे दो। मृतका तीन माह की गर्भवती थी दूसरा कारण यह चर्चा में है कि आशीष कुमार का प्रेम प्रसंग किसी गांव की महिला से चल रहा था जिसको लेकर पति पत्नी के बीच झगड़ा होता रहता था। झगड़ा झंझट मारपीट तक की नौबत आती थी। हालांकि पुलिस गिरफ्त में आए मृतका के ससुर सुबोध मिश्रा ने बताया कि मृतका फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। लोगों का कहना है यदि फांसी लगाकर पिंकी कुमारी ने आत्महत्या कर ही ली तो पुलिस को खबर दिये बगैर लाश को मारपीट कर पेट्रोल, किरोसिन छिड़ककर आदि से आनन-फानन में जलाकर सबूत मिटाने के पीछे का राज क्या है।
मौत के बाद पोस्टमार्टम के जरिये मौत का रहस्य से पर्दा उठ सकता था लेकिन किस तरह हत्या की गई यह अबूझ पहेली ही बनकर रह गई। मृतका के चचेरे भाई दिलीप कुमार झा के आवेदन पर बारह लोगों को नामजद एवं अन्य अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। जिसमें नरपतगंज थानाध्यक्ष शैलेश कुमार पांडेय ने चार आरोपितों क्रमश: सुबोध मिश्र, सुबोध मिश्र के दामाद मधुबनी निवासी निर्मल झा, सुबोध का साला नरेंद्र मिश्र, तथा धीरेंद्र मिश्र की गिरफ्तारी की है। बयान के मुताबिक पिंकी कुमारी की हत्या में यह आरोपित शामिल है। बाकी बचे हुए आरोपितों की पुलिस खोजबीन में जुटी है।
नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र में बहुओं पर अत्याचार के बाद उसकी हत्या किए जाने के मामले में एक की यह कड़ी भी जुड़ गई है इससे पूर्व इसी प्रखंड के फुलकाहा थाना क्षेत्र के भंगही पंचायत स्थित हनुमाननगर गांव में दो जून 2021 को विवाहिता 27 वर्षीय बिंदा देवी की ससुराल वालों ने भरपुर पिटाई के बाद गला दबाकर हत्या कर दी थी।
वर्ष 2020 के 12 दिसंबर को रेवाही पंचायत के वार्ड संख्या 16 में दहेज की खातिर सितारा परवीन की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। दहेज हत्या एवं बहुओं पर रुपये लाने का दबाव डालकर तथा प्रेम प्रसंग आदि मामलों में अबला पर अत्याचार के मामले में निरंतर इजाफा हो रहा है।
प्रबुद्ध जनों का कहना है कि ऐसे मामले में ठोस कार्रवाई न हो पाने की वजह से ही ऐसे क्रूर एवं अत्याचारी ससुराल वालों का बहुओं पर अत्याचार कम नहीं हो रहा है। बाहर हाल ताजा मामले में ङ्क्षपकी कुमारी के जले हुए शव के अवशेष को फारेंसिक जांच के लिए भागलपुर भेजा है।
इधर गिरफ्तार चारों आरोपियों को बुधवार को न्यायिक हिरासत में अररिया जेल भेज दिया गया है। मृतका के पैतृक गांव कुर्साकांटा प्रखंड के सिकटिया के पगडेरा में जैसे ही इस शर्मनाक घटना की खबर मिली सभी शोक में डूब गए। पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि ऐसे दहेज लोभियों को स्पीडी ट्रायल कर कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
एक पिता अपने सामर्थ्य के अनुरूप अपनी लाडली को बड़े अरमान से दान दहेज देकर ससुराल भेजती है । लेकिन इसप्रकार की घटना की सामाजिक तौर पर निंदा की जानी चाहिए । हालांकि पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया है। लेकिन उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। मुख्य आरोपित को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार कर न्याय की कटघरे में खड़ा करना पुलिस का दायित्व बनता है।