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कोरोना ने बढ़ाई आयुर्वेद बाजार की 'इम्युनिटी', फेफड़े को मिलती है संजीवनी

देश इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है। लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्‍न प्रयोग कर रहे हैं। इस कारण आयुर्वेद सामग्री की खरीदारी बढ़ी है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 11:22 AM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 11:22 AM (IST)
कोरोना ने बढ़ाई आयुर्वेद बाजार की 'इम्युनिटी', फेफड़े को मिलती है संजीवनी
कोरोना ने बढ़ाई आयुर्वेद बाजार की 'इम्युनिटी', फेफड़े को मिलती है संजीवनी

भागलपुर, जेएनएन। इस समय इम्युनिटी का बाजार गर्म है। अचानक आयुर्वेद की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई है। लाखों में सिमटा कारोबार करोड़ों में पहुंच गया है। जहां पहले 50 से 60 हजार रुपये की बिक्री हो रही थी, वहीं अब पांच से छह लाख की दवा प्रतिदिन बिक रही है। मेडिकल स्टोर से लेकर जनरल स्टोर में इसकी बिक्री हो रही है।

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हर रोज नई-नई कंपनियां इम्युनिटी प्रोडक्ट लांच कर रही है। लिहाजा हमें इसका सेवन करने से पहले सतर्क रहना चाहिए। रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त रखने के लिए आंवले का पाउडर, आंवले का रस, गिलोय का रस, गिलोय टैबलेट, दालचीनी पाउडर, अश्वगंधा, च्यवनप्राश समेत तमाम उत्पाद लोग खरीद रहे हैं।

अदरक व काली मिर्च की अधिकता नुकसानदेह

डॉ. अमित कुमार शर्मा के मुताबिक अदरक व काली मिर्च का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। ये शरीर में पित्त बढ़ा देती हैं। ऐसे में एसिडिटी व पेशाब में जलन होने लगता है। चिकित्सक द्वारा बताई गई मात्रा के अनुसार ही इसका सेवन करना चाहिए।

घर में भी बना सकते हैं दवाई

इम्युनिटी बढ़ाने की दवा घर में भी बना सकते हैं। गिलोय व आंवला का सेवन फायदेमंद है। 250 मिलीग्राम दालचीनी, 250 मिलीग्राम बंसलोचन, 250 मिलीग्राम कालमेघ, 250 मिलीग्राम नींबू घास, 250 मिलीग्राम इलाइची, 500 मिलीग्राम मुलेठी, 500 मिलीग्राम पीपल व एक मिलीग्राम तुलसी को लेकर चूर्ण बना लें। इसका तीन वक्त काढ़ा बनाकर पीएं। काढ़ा में भी ऊपर से चूर्ण डाला जा सकता है।

इनसे बढ़ती है इम्युनिटी

- लहसुन खाएं। इसमें एंटीबायोटिक तत्व होते हैं। मशरूम से प्लेटलेट्स, व्हाइट सेल का निर्माण होता है।

- गाजर, चुकंदर से शरीर में लाल रक्त कणिकाओं में बढ़ोतरी होती है।

- हरी सब्जियों का सेवन विटामिन और प्रोटीन के निर्माण में मददगार होता है। इससे शरीर का सुरक्षातंत्र मजबूत होता है।

- होल प्लांट वाली सब्जी पालक, सोया, बथुआ के साथ-साथ ड्राईफ्रूट्स का सेवन करें।

- सेब, अंगूर, अनार, पपीता, संतरा से जरूरी विटामिन मिलते हैं।

-ग्रीन टी एंटी ऑक्सीडेंट है। यह छोटी आंत के बैड बैक्टीरिया को मारती है।

- अंजीर में फाइबर, मैग्नीज व पोटैशियम है। इसका एंटी ऑक्सीडेंट शुगर लेवल को नियंत्रित करता है।

- अदरक में एंटी ऑक्सीडेंट व एंटी इंफ्लेमेंट्री होता है। यह शरीर में सूजन कम करती है।

- दिनभर में चार से पांच लीटर पानी पीना चाहिए। कोल्डड्रिंक, फास्ट फूड, जंक फूड, स्मोकिंग से बचना चाहिए।

गिलोय का सेवन चिकित्सक की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। अत्यधिक सेवन से बीपी लो हो सकता है। - डॉ. अमित कुमार शर्मा, चिकित्सक

अत्यधिक काढ़ा पीने से अल्सर का खतरा रहता है। कम मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए। - डॉ. नीरज गुप्ता, चिकित्सक

मुख्‍य बातें

- 50 हजार की जगह हर दिन पांच से छह लाख की बिक रही दवा

-  फेफड़े की संजीवनी : विटामिन डी, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन बी6


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