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Panchayat election 2021: यहां पंचायत चुनाव से पहले होता है ग्राम चुनाव, जीतने वाले प्रत्याशी दाखिल करते हैं पंचायत चुनाव में पर्चा

Panchayat election 2021 मुंगेर का एक ऐसा भी गांव है जहां पंचायत चुनाव से पहले गांव का चुनाव होता है। इस चुनाव में जीत दर्ज करने वाले प्रत्‍याशी पंचायत चुनाव में पर्चा दाखिल करते हैं। हालांकि इस बार इसमें विवाद हो गया।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 03:10 PM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 03:10 PM (IST)
Panchayat election 2021: यहां पंचायत चुनाव से पहले होता है ग्राम चुनाव, जीतने वाले प्रत्याशी दाखिल करते हैं पंचायत चुनाव में पर्चा
Panchayat election 2021 : मुंगेर में पंचायत चुनाव से पहले गांव का चुनाव होता है।

संवाद सूत्र, हवेली खडग़पुर (मुंगेर)। Panchayat election 2021 :  रमनकाबाद पूर्वी पंचायत के खैरा गांव में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पूर्व ग्रामीण उम्मीदवारों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के उद्देश्य से मुखिया पद के उम्मीदवारों के बीच ग्रामीण स्तर पर चुनाव की रणनीति तैयार की गई थी। जिसमें उम्मीदवारों को पांच हजार रुपये की नामांकन राशि के साथ ग्रामीण स्तरीय चुनाव में हिस्सा लेने को कहा गया।

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दो मार्च से शुरू की गई थी प्रक्रिया

गौरतलब है कि 2 मार्च 2016 को भी खैरा गांव में ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव के पूर्व ही उम्मीदवारों के चयन के उद्देश्य से मतदान जैसी सारी प्रक्रियाएं पूरी की थी। चुनाव के बाद उम्मीदवारों का चयन भी किया था। इस बार भी कुछ यही रणनीति तैयार की गई थी, लेकिन इस बार कुछ ग्रामीणों ने पंचायत निर्वाचन 2021 के पूर्व ग्रामीण स्तरीय चुनाव पर रोक की मांग की। कमलजीत कुमार, रामविलास मंडल सहित दर्जनभर ग्रामीणों ने डीएम, जिला पंचायत पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी समेत वरीय अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर पंचायत चुनाव के पूर्व ग्रामीण स्तरीय चुनाव पर रोक लगाने की मांग की थी।

बैलेट पेपर तक बनाए गए थे

हालांकि रविवार को ग्रामीण स्तरीय चुनाव की तमाम प्रक्रिया पूरी कर ली गई। बैलट पेपर भी बनाए गए थे, लेकिन सुबह से ही चुनाव को लेकर झड़प की स्थिति देखी जा रही थी। एक पक्ष जहां ग्रामीण स्तरीय चुनाव को जायज बता रहा था। वहीं, दूसरा पक्ष इसे गलत करार दे रहा था। जिसको लेकर जब ग्रामीणों के द्वारा पदाधिकारियों से संपर्क किया गया। ग्रामीणों ने ग्रामीण स्तर पर चुनाव पर रोक लगाने की मांग की थी। इधर, बीडीओ उपेंद्र दास ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण स्तर पर कराए जा रहे चुनाव को रोक दिया गया है। वहीं, इस घटना को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई है।


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