गचिया बसबिट्टा पैक्स में अबतक धान की शुरू नहीं हुई खरीद, किसान बेहाल
सरकार के लगातार हिदायत के बाद भी बांका जिले के गचिया बसबिट्टा पैक्स में अभी भी धान की खरीदारी शुरू नहीं हो पाई हैा इसके अतिरिक्त कई अन्य पैक्सों में कैश क्रेडिट की समस्या भी बनी हुई हैा जिसके कारण पैसे का भुगतान नहीं हो रहा हैा
जागरण संवाददाता, बांका । प्रखंड क्षेत्र के गचिया बसबिट्टा एवं ताहिरपुर गौरा पैक्स में धान खरीद का कार्य एक महीने बाद भी प्रारंभ नहीं हुआ है। जिससें दोनों ही पैक्स के किसान बाजार में सस्ते दरों में धान बेचने को मजबूर हैं। शनिवार को गचिया बसबिट्टा पंचायत के बसबिट्टा गांव निवासी किसान जयकिशोर मंडल ने बीडीओ अभिनव कुमार भारती से मिलकर पैक्स में धान खरीद शुरु नहीं होने की शिकायत की। जिसपर बीडीओ ने किसानों की समस्या के निष्पादन को लेकर वरीय समाहर्ता को अवगत कराते हुए पैक्स को टैगिंग की मांग किया। पर सरकार की इस लेट लतीफी व्यवस्था से किसानों की परेशानी बढ़ गई हैा उनकेे पास भंडारण की व्यवस्था नहीं हैा परिणाम स्वरूप वे औने पौने दामों में बिचौलिए के हाथ बेचने को विवश हैं।
ताहिरपुर गौरा पैक्स में भी धान खरीद का कार्य शुरू नहीं होने से किसान अपना धान बिचौलियों के हाथ बेचने को विवश हैं। देवडाढ़ गांव निवासी किसान बशिष्ठ मंडल, अवधेश चौधरी, ने बताया कि महंगे बीज खाद के साथ साथ डीजल मशीन से सिचाई कर धान की खेती किया। पर जब उत्पादन हुआ तो तो पैक्स में खरीद ही नहीं हो रहा है। जिससें विवश होकर कुरमा एवं विजयहाट में धान 1275 से 1300 सौ रुपये क्विंटल बेचना पड़ रहा है।
जबकि जिन पैक्स में खरीद का काम चल रहा है। उस क्षेत्र में गनी बैग की भारी किल्लत है। किसान धान बेचने के लिए बोरी की खरीद के लिए जनवितरण प्रणाली दुकान से लेकर खाद के दुकानदारों का चक्कर लगा रहे हैं। पर डिमांड के अनुसार बोरी नहीं मिल पा रहा है।
क्या कहते है धौरेया के बीसीओ
बीसीओ गौतम पटेल ने कहा कि जिन पैक्स में सीसी समाप्त हो गया है। उन पैक्स के सीसी बढाने को लेकर प्रस्ताव भेजा गया है। एक दो दिनों में सीसी प्राप्त होते ही किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा।