जेएलएनएमसीएच में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट समय पर नहीं होगा पूरा, नवगछिया और कहलगांव में काम तक नहीं हुआ है शुरू
जेएलएनएमसीएच में आक्सीजन प्लांट का काम समय पर पूरा नहीं होगा। इस प्लांट से प्रति घंटा 70 से ज्यादा आक्सीजन सिलेंडर में री-फिङ्क्षलग की जा सकेगी। इसके अलावा पाइप लाइन द्वारा भी मरीजों को आक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (मायागंज अस्पताल) से लेकर जिले के तीन स्वास्थ्य केंद्रों में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट निर्माण कार्य किया जा रहा है, लेकिन समय पर निर्माण पूरा नहीं हो पाएगा। अगर कोरोना की तीसरी लहर आ गई तो फिर आक्सीजन की किल्लत हो जाएगी। कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था मरीज के स्वजनों को करनी पड़ी थी। वहीं, अस्पताल प्रशासन भी आक्सीजन की कमी को पूरी करने में परेशान रहा। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक भले ही आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है, लेकिन आक्सीजन की कमी पूरी नहीं हो पाएगी। इसके लिए बड़ा प्लांट लगाने की आवश्यकता है।
- अभी प्लांट निर्माण का कार्य भी पूरा नहीं हुआ
- नवगछिया और कहलगांव में निर्माण कार्य की शुरुआत भी नहीं
- अगर तीसरी लहर आती है तो फिर आक्सीजन की होगी किल्लत
मायागंज अस्पताल में गत दो माह से करीब डेढ़ करोड़ की लागत से आक्सीजन प्लांट का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन अभी तक कार्य पूरा नहीं किया जा सका है। निर्माण कार्य की व्यवस्था देख रहे ङ्क्षसटू ङ्क्षसह ने कहा कि कुछ पार्टस की चोरी होने की वजह से कार्य रुक गया था। पार्टस की आपूर्ति कर दी गई है। अब निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि पार्टस की आपूर्ति हुए दो सप्ताह हो चुके हैं, लेकिन कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है। इस प्लांट से प्रति घंटा 70 से ज्यादा आक्सीजन सिलेंडर में री-फिङ्क्षलग की जा सकेगी। इसके अलावा पाइप लाइन द्वारा भी मरीजों को आक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक दूसरी लहर में भी थोड़ा भी गंभीर संक्रमित मरीज को मायागंज अस्पताल ही रेफर किया गया। तीसरी लहर में भी अगर मरीज बढ़े तो ऐसा ही होगा। इस स्थिति में आक्सीजन की कमी बनी रहेगी, क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर में चार सौ आक्सीजन सिलेंडर की खपत प्रतिदिन बढ़ गई थी। प्लांट में इतनी क्षमता नहीं है कि ज्यादा आक्सीजन उत्पादन कर सके।
कहलगांव व नवगछिया में शुरू नहीं हुआ प्लांट का निर्माण
कहलगांव और नवगछिया अस्पताल में अभी आक्सीजन प्लांट का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है तो समय पर उत्पादन कहां से हो पाएगा। वहीं, सदर अस्पताल में भी आक्सीजन प्लांट का निर्माण तो प्रारंभ किया गया, लेकिन 15 अगस्त से पहले निर्माण पूरा कर लिया जाएगा यह संभव नहीं है। इन अस्पतालों में 70 से 80 बेडों पर पाइप लाइन से आक्सीजन आपूर्ति करने की योजना है, लेकिन जब आक्सीजन प्लांट ही तैयारी नहीं हुई है तो आक्सीजन की आपूर्ति के लिए पाइप लाइन की तैयारी दूर की बात है।
सिविल सर्जन डा. उमेश शर्मा ने कहा कि समय पर प्लांट निर्माण का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। विश्वास है कि अन्य अस्पतालों में भी आक्सीजन की आपूर्ति अस्पतालों के आक्सीजन प्लांट से की जाएगी।