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जैविक खेती: अनुदान लेने के बाद अगर किसानों ने नहीं खरीदी सामग्री तो होगी बड़ी कार्रवाई

जैविक खेती के लिए कृषि विभाग की ओर से मिलता है अनुदान। जिला कृषि पदाधिकारी ने समीक्षा के दौरान के दिए निर्देश। जैविक खेती से संबंधित सामग्री की खरीद के लिए किसानों को प्रति एकड़ 11 हजार पांच सौ रुपये अनुदान राशि खाते में भेज दी गई है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 11:39 AM (IST)Updated: Sun, 11 Jul 2021 11:39 AM (IST)
जैविक खेती: अनुदान लेने के बाद अगर किसानों ने नहीं खरीदी सामग्री तो होगी बड़ी कार्रवाई
भागलपुर में जैविक खेती पर दिया जा रहा है जोर।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। जैविक खेती से संबंधित सामग्री की खरीद नहीं करने वाले किसानों पर प्राथमिकी होगी। यह निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी कृष्ण कांत झा ने दी है। वे जैविक खेती प्रोत्साहन योजना के तहत जैविक खेती से संबंधित सामग्री की समीक्षा की। बैठक में जैविक समूह के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार ने हिस्सा लिया।

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जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में विभाग द्वारा चिन्हित कंपनी से जैविक खेती से संबंधित सामग्री की खरीद के लिए किसानों को प्रति एकड़ 11 हजार पांच सौ रुपये की दर से अग्रिम अनुदान राशि उनके खाते में भेज दी गई है। इस राशि से किसानों को जैविक खेती करने के लिए सामग्री की खरीद करना है। समूह के किसानों को सामग्री खरीद कराने की जिम्मेदारी किसान सलाहकार को दी गई है।

बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि समन्वयक को निर्देश दिया कि वे अपनी निगरानी में जैविक उपादान सामग्री की खरीद कराकर ही अपने नए पदस्थापित पंचायत में योगदान देंगे। प्रखंड कृषि पदाधिकारी प्रतिदिन सामग्री वितरण की निगरानी कर प्रतिवेदन जिला कृषि पदाधिकारी को देंगे। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि यह योजना तीन वर्षों का है। पिछले वर्ष भी अग्रिम राशि किसानों के खाते में भेजी गई थी। समूह के वैसे किसान जिनके खाते में अग्रिम राशि भेजी गई है, यदि सामग्री की खरीद नहीं करते हैं तो उनके उपर धोखाधड़ी व सरकारी राशि के गबन का आरोप लगाकर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।

इसके अतिरिक्त उनके उपर सर्टिफिकेट केस भी किया जाएगा। पिछले वर्ष की अनुदान की राशि की भी वसूली की जाएगी। जिले के दो हजार एकड़ में जैविक खेती की जा रही है। सुल्तानगंज, नाथनगर, सबौर, कहलगांव, पीरपैंती, खरीक, रंगरा चौक में जैविक खेती हो रही है। इसके लिए प्रोम, नीम तेल, पीएसबी, एनपीके, ट्राइकोडर्मा, केएमबी, एजेटाबेक्टर व बर्मी बेड का वितरण किया जा रहा है।


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