बिहार: खाद लेने के लिए यहां पहले कटानी होगी 'तत्काल टिकट', रात दो बजे से लग जाती है किसानों की कतार
बिहार में खाद के लिए तत्काल टिकट की तरह किसानों को टोकल लेना पड़ रहा है। इसके लिए किसानों की लाइन रात दो बजे से ही लग जाती है। सबसे अधिक परेशानी मुंगेर के किसानों को हो रही है। यहां पर खाद के लिए...
संवाद सहयोगी, हवेली खडग़पुर (मुंगेर)। हवेली खडग़पुर का बिस्कोमान केंद्र। खाद लेने के लिए किसानों की बेतहाशा भीड़ है। लंबी कतार लगी हुई है। रात दो बजे से ही कई किसान पहुंचे हैं। ट्रेन में तत्काल में आरक्षण के लिए जिस तरह अफरातफरी मचती है, इसी तरह का माहौल यहां भी है। बिस्कोमन के बाहर आधी रात के बाद अपनी-अपनी प्रतिक्षा के इंतजार में दिखे। गेहूं रबी फसल की बोआई और पटवन के बाद खेत में खाद डालने के लिए लोग रात को ही कंबल लेकर बिस्कोमान पहुंच जा रहे हैं। सुबह होने पर लाइन में लग जाते हैं। चौंकाने वाली बात यह कि इस बार खाद की लाइन में बड़ी संख्या में महिलाएं और लड़कियां भी है। भीड़ में कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं दिखा। शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है।
तत्काल टिकट की तरह खाद के लिए रात से लग रही लाइन, हर प्रखंड में उमड़ रही भीड़, आपूर्ति कम होने के कारण किसानों को नहीं मिल रहा यूरिया, खडग़पुर के बिस्कोमान में खाद के लिए उमड़ी बेताहाशा भीड़, ठंड में हो रही परेशानी
चलता रहा नोकझोंक और हंगामा
खाद लेने के लिए पहुंचे ज्यादातर किसान रातभर अपना घर-परिवार छोड़कर रात बिस्कोमन के पास रहे। कोई कतार में धक्का-मुक्की कर रहा है तो कोई कतार में खड़े होने को लेकर नोझोंक। एक तरफ हवेली खडग़पुर प्रखंड क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने लोगों की ङ्क्षचता बढ़ा दी है। इस तरह की भीड़ देखकर तो लोगों को यही भय सता रहा है कि यूरिया खाद लेने की होड़ में संक्रमण की अनदेखी कहीं घातक न बन जाए।
बिना मास्क के कतार और भीड़ की शक्ल में खड़े खाद लेने आए सैकड़ों महिला-पुरुष किसानों की भीड़ को न मास्क की ङ्क्षचता है और न ही संक्रमण के फैलने की, उन्हें बस यूरिया खाद और खेतों में फसल की अधिक ङ्क्षचता सता रही है। जिला प्रशासन ने बताया कि खाद का रैक आया है। जरूरत के हिसाब से सभी प्रखंडों में बांटा गया है। दो दिनों में आठ सौ मीट्रिक टन खाद की आपूर्ति होगी। सभी किसानों को खाद की आपूर्ति की जाएगी।