भागलपुर में खुला शैडो गवर्नमेंट के डिप्टी सीएम का दफ्तर, इन जिलों के कामकाज का होगा निपटारा
शैडो गवर्नमेंट के उपमुख्यमंत्री का दफ्तर अब सिल्क सिटी में खुल गया है। यहां से अंग प्रदेश के भागलपुर मुंगेर कोसी और सीमांचल प्रमंडल के 15 जिलों के 12 मंत्री तथा 15 मंत्रलयों के कार्यो का संपादन किया जाएगा।
भागलपुर, जेएनएन। बिहार में एक अभिनव प्रयोग के तहत शैडो गवर्नमेंट (छाया सरकार) का गठन हुआ है। पटना के डॉ. सुमन लाल छाया मुख्यमंत्री बनाए गए हैं, जबकि भागलपुर के प्रो. देबज्योति मुखर्जी उपमुख्यमंत्री बने हैं। भागलपुर में घंटाघर स्थित ईभा मेन्सन में समाजवादी नेता और अखिल भारतीय कोयला मजदूर संघ के अध्यक्ष लखन लाल पाठक ने छाया उपमुख्यमंत्री के सचिवालय का उद्घाटन किया।
अब यहां से अंग प्रदेश के भागलपुर, मुंगेर, कोसी और सीमांचल प्रमंडल के 15 जिलों के 12 मंत्री तथा 15 मंत्रलयों के कार्यो का संपादन किया जाएगा। हालांकि, जागो संस्था के तत्वावधान में बने इस शैडो गवर्नमेंट का प्रधान कार्यालय पटना ही होगा।
प्रो. देबज्योति मुखर्जी बताते हैं कि जागो के तत्वावधान में बिहार विधानसभा वर्ष 2020-25 के लिए बनने वाली सरकार के समानांतर शैडो गवर्नमेंट का बीते 8 नवंबर को गठन किया गया है। 25 नवंबर को पटना में शपथ ग्रहण भी हो चुका है। बजाप्ता अलग-अलग मंत्रलय भी लोगों के बीच बांटे गए हैं। शैडो गवर्नमेंट चुनी हुई सरकार को आईना दिखाने व बेहतर सुझाव देने तथा जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का कार्य करेगी।
क्या है शैडो गवर्नमेंट : विपक्षी दल या सिविल सोसाइटी के सदस्य एक वैकल्पिक कैबिनेट बनाते हैं, जो सरकार के निर्णयों की जांच-परख करता है। साथ ही लोगों की समस्याओं के बारे में भी यह अध्ययन करता है। सरकार के किसी निर्णय का लोगों पर कितना असर होगा इस पर भी यह ध्यान रखता है।
छाया सरकार आमजन एवं सरकार को जगाने के लिए है। हमलोग पूरी ईमानदारी, दृढ़ता और मेहनत से बिहार को उन्नत बनाने के फामरूले को सरकार और आमजन के सामने रखेंगे।
-डॉ. सुमन लाल, मुख्यमंत्री, शैडो गवर्नमेंट
कई देशों में शैडो गवर्नमेंट की परंपरा है। भारत में पांच बार इसका प्रयोग भी हुआ है, जबकि बिहार में पहली बार हो रहा है। हम पूरे पांच वर्षो तक इसे निष्ठापूर्वक चलाएंगे।
प्रो. देबज्योति मुखर्जी, उपमुख्यमंत्री, शैडो गवर्नमेंट