अब जल्द दौडऩे लगेंगी रेल महासेतु पर ट्रेनें 85 वर्ष बाद कोसीवासी का सपना होगा साकार
कोसी के लोगों को जल्द रेलवे तोहफा देने जा रहा है। उनके वर्षों का अरमान अब पूरा होगा। महासेतु पर जल्द ट्रेनें दौड़ेंगी।
सुपौल, जेएनएन। 85 वर्षों से सरायगढ़ तथा निर्मली स्टेशन के बीच बाधित रेल सेवा अब जल्द ही बहाल होने वाली है। मिथिलांचल के दोनों छोर को जोडऩे के लिए कोसी नदी पर बने रेल महासेतु से होकर ट्रेन दौड?े लगेगी। दोनों स्टेशनों के बीच रेल परिचालन शुरू करने हेतु तैयारी जारी है। जानकारी अनुसार राघोपुर तथा आसनपुर तक ट्रेन चलाने के लिए पहले 12 सितंबर की तिथि संभावित थी। रेलवे की तैयारियों को देखकर उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही आसनपुर कुपहा के लिए ट्रेन दौडने लगेगी।
वर्ष 1934 में ध्वस्त हुआ था रेल पुल
भपटियाही से निर्मली के बीच पहले रेल चला करती थी जो वर्ष 1934 में आए प्रलयंकारी भूकंप के दौरान कोशी रेल महासेतु के ध्वस्त होने के कारण बंद हो गया। तब से अब तक मिथिलांचल का दोनों भाग अलग-थलग पड़ा था। लोग कोसी नदी में नाव के सहारे एक-जगह से दूसरे जगह जाते थे। कोसी नदी पर रेल महासेतु बनकर तैयार है और अब उससे ट्रेन गुजरने को लेकर लोग इंतजार कर रहे हैं। दोनों स्टेशनों के बीच रेल सेवा शुरू होने से भपटियाही बाजार एक बार फिर देश के नक्शे पर आ जाएगा।
13 और 14 अगस्त को हुआ था सीआरएस
सरायगढ़ जंक्शन से आसनपुर कुपहा तथा राघोपुर के बीच रेल पटरी का 13 तथा 14 अगस्त को सीआरएस किया गया था। उस दिन रेल विभाग के कई अधिकारी सरायगढ़ जंक्शन पहुंचे थे। सीआरएस कार्यक्रम के बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गई है। सुपौल से सरायगढ़ होते आसनपुर कुपहा और राघोपुर तक अगले सप्ताह तक हर हाल में ट्रेन सेवा शुरू होने की खबर से क्षेत्र के लोगों में काफी खुशी देखी जा रही है।दरअसल 85 वर्षों से सरायगढ़ तथा निर्मली स्टेशन के बीच बाधित रेल सेवा को बहाल करने की मांग यहां के लोग लंबे समय से कर रहे थे। इसका परिचालन शुरू हो जाने से लोगों को राहत होगी।