भागलपुर में अब नहीं लगेगा जाम, स्मार्ट बनेगा ट्रैफिक सिस्टम, 16 जगहों पर बनेगा जंक्शन, और भी बहुत कुछ, जानिए
भागलपुर शहर में आठ किलोमीटर की परिधि में चल रहा स्मार्ट ट्रैफिक का काम। चौक-चौराहों पर लगेगा सिग्नल सीसीटीवी कैमरे भी। 197 करोड़ की लागत से स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम का निर्माण होगा। इससे जाम की समस्या का समाधान हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। अब शहर का ट्रैफिक सिस्टम स्मार्ट बनेगा। इसका काम शुरू हो गया है। 16 स्थानों पर जंक्शन बनेगा यानी ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाएंगे। इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। अब ड्रोन से भी सर्वे किया जाएगा। इसके लिए स्मार्ट सिटी के अधिकारी ने जिलाधिकारी से अनुमति मांगी है। जिलाधिकारी से अनुमति मिलते ही ड्रोन से सर्वे शुरू हो जाएगा।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत ड्रोन से सर्वे होने के बाद जंक्शन बनाने का काम शुरू होगा। 197 करोड़ की लागत से स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम का निर्माण होगा। यह काम अगले साल पूरा होने की बात कही जा रही है। हालांकि यह काम छह साल बाद शुरू हो पाया है। कंट्रोल एंड कमांड भवन का निर्माण पहले चरण में होना था, लेकिन इसे अंतिम चरण में पूरा किया जा रहा है।
4.5 किमी में डाला गया रिंग
पहले चरण में आठ किलोमीटर की परिधि में स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम का काम होगा। 4.5 किलोमीटर में रिंग डालने का काम पूरा हो चुका है। आठ किलोमीटर के दायरे में आप्टीकल फाइबर बिछाया जाएगा। इसे कंट्रोल एंड कमांड भवन से जोड़ा जाएगा। इसके बाद 150 किलोमीटर के दायरे को कंट्रोल एंड कमांड भवन से जोड़ा जाएगा। शहर में छह हजार सीसीटीवी कैमरे से चप्पे-चप्पे की निगरानी होगी। सड़क पर होने वाली हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैमरे में कैद हो जाएंगी। आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर भागने वाले अपराधियों और नियम तोड़कर भाग रहीं गाडिय़ों को ट्रैक कर लिया जाएगा। अगले साल तक वार्ड एक से 51 की गतिविधियों की निगरानी कंट्रोल एंड कमांड भवन से होगी।
स्मार्ट सड़क के नीचे बिछेगा आप्टिकल फाइबर
स्मार्ट सड़क बनने के पूर्व अंदर ग्राउंड आप्टिकल फाइवर बिछाया जाएगा। स्मार्ट सड़कों पर सेंसर लगाए जाएंगे। इससे शहर में अपराधियों ने घटना को अंजाम दे दिया तो हाइ सिक्यूरिटी कैमरे में उनकी हरेक गतिविधि कैद हो जाएगी। सीसीटीवी कैमरे से ई-गवर्नेंस, ट्रैफिक मैनेजमेंट, सुरक्षा, बिल्डिंग मैनेजमंट सिस्टम, यूटीलिटी मैनेजमेंट जैसे कार्य नियंत्रित किए जाएंगे। घटना-दुर्घटना व आपात स्थित में तत्काल कार्रवाई होगी। नंबर डायल करने पर तत्काल पुलिस व एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। सड़क किनारे काल बाक्स की सुविधा होगी। दुर्घटनास्थल से बटन दबाते ही कंट्रोल रूम से संपर्क हो जाएगा। इसके बाद आपात सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कंट्रोल रूम से पार्किंग एरिया की भी निगरानी होगी। गुजरने वाली गाडिय़ों का नंबर स्वत: ट्रैक होता रहेगा।
पुलिस लाइन में बन रहा कंट्रोल एंड कमांड भवन
पुलिस लाइन में कंट्रोल एंड कमांड भवन का निर्माण हो रहा है। भवन निर्माण के बाद डाटा सेंटर, कमांड व नियंत्रण केंद्र, कार्यालय व सभागार का निर्माण होगा। निचले तल पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। साथ ही पूछताछ केंद्र भी रहेगा। पहले तल्ले पर डाटा, दूसरे तल्ले पर पर कंट्रोल एंड कमांड केंद्र, तीसरे तल्ले पर स्क्रीन और गैलरी, चौथे तल्ले पर कार्यालय और पांचवें तल्ले पर बैठकखाना और कैफेटेरिया की सुविधा होगी। भवन में बड़ा सा स्क्रीन लगेगा। यहां बैठकर पूरे शहर की निगरानी बड़ी सी स्क्रीन पर होगी।
तिलकामांझी चौक पर ट्रैफिक सिग्नल फेल
तिलकामांझी चौक लगा ट्रैफिक सिग्नल मंगलवार को काम करना बंद कर दिया है। स्मार्ट सिटी योजना से इस चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया था। जब से ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया है, तब से यह कई बार खराब हो चुका है। ट्रैफिक सिग्नल खराब होने की जानकारी मिलने के बाद एएसपी, डीएसपी सहित कई पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लिया। चौक पर कड़ाई होने की वजह से मंगलवार को यातायात में कोई परेशानी नहीं हुई।