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अब नर्सो के कार्यों की होगी रैंकिंग, उत्‍कृष्‍ट कार्य के लिए मिलेगा नगद इनाम, कौशल विकास की भी होगी परख

स्‍वास्‍थ्‍य संस्‍थानों में कार्यरत नर्सों के कौशल विकास और उत्‍कृष्‍ट कार्य की स्‍क्रीनिंग होगी। काम के आधार पर बेहतर रैंक पाने वाली नर्सें पुरस्‍कृत होंगी। उन्‍हें जिला स्‍तर पर पांच हजार एवं प्रखंड स्‍तर पर तीन हजार रुपये इनाम दिया जाएगा।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Published: Mon, 08 Feb 2021 03:15 PM (IST)Updated: Mon, 08 Feb 2021 03:15 PM (IST)
अब नर्सो के कार्यों की  होगी रैंकिंग,  उत्‍कृष्‍ट कार्य के लिए मिलेगा  नगद इनाम, कौशल विकास की भी होगी परख
स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत नर्सो के कौशल व अनुभव की होगी परख

जागरण संवाददाता, कटिहार । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला एवं प्रखंड स्तर पर विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत नर्सिंग कर्मियों को उनके उत्कृष्ट कार्य, कौशल, योग्यता एवं कार्य अनुभव के अनुरूप कंपिटेंसी बेस्ड स्किल एसेसमेंट करने का स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है। मूल्यांकन में मिले रैंक के आधार पर पुरस्कार, बैज एवं एप्रन प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। पत्र में बताया गया है कि जिला स्तर पर सर्वोच्च रैंक प्राप्त करने वाली चयनित नर्सिंग कर्मी को पांच हजार तथा प्रत्येक प्रखंड स्तर पर सर्वोच्च रैंक प्राप्त करने वाली चयनित नर्सिंग कर्मी को तीन हजार रिवार्ड के रूप में पीएफएमएस के माध्यम से प्रदान किया जायेगा। रैंकिंग में केयर इंडिया के टीम के द्वारा जिला एवं प्रखंड स्तर पर सहयोग लिया जायेगा।

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कौशल और अनुभव का भी होगा मूल्‍यांकन

रैंकिंग के दौरान एएनएम व जीएनएम से आपातकाल व मौलिक नर्सिंग देखरेख से सबंधित बल्ड ग्रूप, हाइपोवोल्मिया वाले मरीज के लक्षण, मातृ देखरेख के तहत प्रसव पीड़ा व गर्भनाल बांधने, प्रसव की प्रथम व तीसरी अवस्था में गर्भवती को आवश्यक सलाह, गर्भवती महिला के पेट का असामान्य आकार के कारण प्री एक्लेम्पसिया की पहचान, प्रसव के बाद जटिलताओं के संकेत की पहचान, परिवार नियोजन के तरीके, नवजात शिशु की जन्म के समय लंबाई, नवजात शिशु में कोल्ड स्ट्रेस के संकेत, जन्म के समय स्तनपान का महत्व, कंगारू मदर केयर की जरूरत, अम्बु बैग का उपयोग एवं शिशु टीकाकरण आदि की जानकारी से संबंधित परख की जाएगी। प्रायोगिक मूल्यांकन में नर्सों से तापमान, पल्स व श्वसन गति का आकलन, बीपी मापना, पेशाब की जांच, मांसपेशियों में इंजेक्शन लगाने की प्रक्रिय एवं अनिवार्य नवजात शिशु देखभाल प्रसव के बाद खून बहने सहित एक्लेम्पसिया प्रबंधन आदि की जानकारी ली जायेगी। इसके आधार पर रैंकिंग की जाएगी।

रैंकिंग के आधार पर नर्सो को मिलेगा एक से तीन स्टार का बैज

रैंकिंग के आधार पर नर्सिंग कर्मियों को एक से तीन स्टार तक का बैज उपलब्ध कराया जाएगा। उनके कार्य क्षमता के आधार पर बैज उपलब्ध कराया जायेगा। बैज व एप्रन की खरीदारी जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा की जायेगी। 50 प्रतिशत या उससे अधिक रैंक हासिल करने वाले नर्सिंग कर्मियों को बैज प्रदान किया जायेगा।

अब एप्रन भी होंगे अलग.अलग रंगों के

इस रैंकिंग के आधार पर अब नर्सों के एप्रन भी अलग.अलग रंगों के होंगे। एएनएम को हरा, जीएनएम को नीला तथा बीएससी नर्सिंग को वाईलेट, एमएससी नर्सिंग को मैरून रंग का दो.दो एप्रन प्रदान किया जाएगा।

स्‍टार का यूं होगा रैंकिंग

- 85 प्रतिशत रैंक हासिल करने वाली नर्स को थ्री स्टार

- 60 से 85 प्रतिशत तक रैंक हासिल करने वालों को टू स्टार

- 50 से 60 प्रतिशत तक रैंक हासिल करने वालों को वन स्टार

पुरस्कार की राशि

- जिला स्तरीय पुरस्कार राशि. 5000

- प्रखंडस्तरीय पुरस्कार राशि. 3000


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