अब भीख नहीं मांगेंगे, मुंगेर के भिखारी, करेंगे स्वरोजगार, भीक्षावृति निवारण योजना से दी कौशल विकास के साथ दी जाएगी आर्थिक सहायता
मंगेर के भिखारी अब भीख नहीं मांगेंगे। सरकार ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार खड़ा करने के लिण् प्रेरित करना शुरू किया है। इस कड़ी में उन्हें भीक्षावृत्ति योजना के तहत सूचीबद्व कर उनका यूनिक कार्ड बनाया जाएगा। फिर आर्थिक सहायता दी जाएगी।
जागरण संवाददाता, मुंगेर । मुंगेर के भिखारी के अब भीख नहीं मांगेंगे। मुंगेर के भिक्षुक अब स्वरोजगार के जरिये अपने सपने को साकार करेंगे। मुंगेर के भिक्षुकों को स्वाबलंबी बनाने के लिए समाज कल्याण विभाग ने कवायद तेज कर दी है। भीक्षावृति निवारण योजना के तहत 11 फरवरी को पोलो मैदान में शिविर आयोजित किए जाएंगे। शिविर में भिक्षुक, कुष्ठ रोगियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। चिकित्सीय जांच के बाद उनका यूआइडी कार्ड (यूनिक आइडेंटी कार्ड) बनाए जाएंगे। भीक्षावृति निवारण योजना के तहत जिला में भिक्षुकों के चयन की प्रक्रिया की जा रही है। मुंगेर जिला में 150 भिक्षुकों का लक्ष्य दिया गया। जिसके विरुद्ध 76 भिक्षुकों को चिह्नित किया गया।
अब मुंगेर के भिक्षुकों का होगा नियत ठिकाना
भीक्षा मांग कर जीवन यापन करने वाले लोगों का कोई नियत ठिकाना नहीं होता है। सड़क पर भीक्षाटन के बाद ऐसे लोग सड़क किनारे फुटपाथ पर ही सो जाते हैं, लेकिन मुंगेर में भिक्षुकों को नियत ठिकाना होगा। भिक्षुकों के लिए मुंगेर में सेवा कुटिर बनाया जाएगा। इसके लिए शहर के बीस किलोमीटर के दायरे में छह से नौ हजार वर्गफुट जगह वाले भवन ढूंढ़ रही है। समाज कल्याण विभाग किराये पर भवन लेकर सेवा कुटिर बनाएगी।
सेवा कुटिर में मिलेगी सभी बुनियादी सुविधा
भिक्षुकों के रहने के लिए बनाए जाने वाले सेवा कुटिर में सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। उनके रहने, खाने-पीने की सभी व्यवस्था पूरी तरह से निश्शुल्क रहेगी। सेवा कुटिर में भिक्षुकों के कपड़े धोने के लिए धोबी भी उपलब्ध रहेंगे। वहीं, चिकित्सीय जांच के लिए डॉक्टर और नर्स भी मौजूद रहेंगे।
स्वरोजगार के लिए स्कील्ड बनाए जाएंगे भिक्षुक
सेवा कुटिर में रहने वाले भिक्षुकों के आधार कार्ड बनाए जाएंगे। उनका बैंक खाता भी खुलवाया जाएगा। जरूरत पडऩे पर दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी बनाए जाएंगे। इसके बाद समूह बना कर भिक्षुकों का स्कील डवलप कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। समाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक अतुल कुमारी ने कहा कि बुनियाद केंद्र के माध्यम से सेवा कुटिर का संचालन किया जाएगा। भिक्षुकों को छोटे छोटे रोजगार से जोडऩे के प्रयास किए जाएंगे। अगर कोई फेरी का दुकान लगाना चाहेंगे, तो उन्हें ठेला उपलब्ध कराई जाएगी। किराना दुकान भी खोलने में सहयोग दिया जाएगा।
दान नहीं है समाधान के नारे के साथ चलाया जाएगा अभियान
सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक अतुल कुमारी ने कहा कि भीक्षावृति निवारण योजना के तहत दस दिनों के अंदर जमालपुर रेलवे स्टेशन, मुंगेर रेलवे स्टेशन सहित विभिन्न चौक चौराहे पर दान नहीं है समाधान स्लोगन लिखे स्टैंडी लगाए जाएंगे, ताकि भीक्षावृति रोकने के लिए आम लोग भी जागरूक हो सकें। यह स्टैंडी समय समय पर अलग अलग चौक-चौराहे पर लगाए जाएंगे।