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स्मार्ट सिटी में पॉलीथिन कैरी बैग पर प्रतिबंध का नहीं दिख रहा असर, टीम के सदस्य नहीं दिखा रहे रुचि

स्‍मार्ट सिटी भागलपुर में तमाम प्रतिबंधों के बावजूद प्‍लास्टिक कैरी बैग की बिक्री की जा रही है। लेकिन नगर निगम द्वारा गठित टीम की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस टीम के सदस्‍य इसमें रुच‍ि नहीं दिखा रहे हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 08:00 AM (IST)
स्मार्ट सिटी में पॉलीथिन कैरी बैग पर प्रतिबंध का नहीं दिख रहा असर, टीम के सदस्य नहीं दिखा रहे रुचि
स्‍मार्ट सिटी भागलपुर में तमाम प्रतिबंधों के बावजूद प्‍लास्टिक कैरी बैग की बिक्री की जा रही है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर में पॉलीथिन कैरीबैग की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने को नगर निगम ने चार टीम गठित किया। नगर विकास एवं आवास विभाग के सख्त निर्देश के बावजूद गुरुवार की दोपहर तक कोई टीम छापेमारी को नहीं निकला। गठित टीम के उदासीन रवैये को देख निगम के प्लास्टिक बैन प्रभारी रेहान अहमद को स्वयं भुतपूर्व सैनिकों के साथ छापामारी के लिए जाना पड़ा। दोपहर बाद तीन बजे से शाम पांच बजे तक तिलकामांझी चौक व हटिया रोड के एक दर्जन से अधिक दुकानों का निरीक्षण किया। इस दौरान दो दुकानदारों से एक किलोग्राम व 300 ग्राम पॉलीथिन कैरीबैग जब्त किया गया। दोनों दुकानदारों से 15-15 सौ रुपये व एक उपयोगकर्ता से 100 रुपये का जुर्माना वसूला गया। टीम को देखते ही बाजार में अफरा-तफरा मच गई। कई फुटकर विक्रेता व दुकानदारों से कैरीबैग को समय रहते हटा लिया। 

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प्रभारी रेहान अहमद ने बताया कि वार्ड एक से 13 तक के लिए प्रदीप झा, 14 से 27 तक के लिए पप्पू हिर, वार्ड 28 से 38 वार्ड के लिए शंकराचार्य उपाध्याय व 39 से 51 वार्ड के लिए देवेंद्र वर्मा को छामेमारी के लिए जिम्मेदारी दी गई थी। टीम के कार्यशैली की शिकायत नगर आयुक्त से की जाएगी।

छोपमारी से नहीं लगा लगाम, पसर रहीं गंदगी

बाजार में पॉलीथिन कैरीबैग की बिक्री और उपयोगकर्ता पर कार्रवाई के लिए समय-समय पर दस्ता का गठन हुआ और छापेमारी भी हुई लेकिन, शहर में खासा असर नहीं पड़ा। थोक विक्रेता से लेकर दुकान व फुटकर विक्रेताओं द्वारा खुलेआम कैरीबैग की बिक्री की जा रही है। कूड़े में काफी मात्रा में पॉलीथिन बैग पाया जा रहा है। शहर में प्रत्येक दिन 250 मैट्रिक टन कचरा निकलता है लेकिन, करीब एक टन से अधिक कैरी बैग की मात्रा रहती है। इसके इस्तेमाल बढऩे से शहर की सफाई व्यवस्था पर भी पड़ रहा है। स्वास्थ्य शाखा प्रभारी विकास हरि की माने तो पॉलीथिन से नालियां जाम हो रही है। शहर मे रखे गए कूड़ेदान डस्टबीन और कूड़े के ढेर में सामान्य तौर देखा जा सकता है।

धड़ल्ले से पॉलीथिन कैरी बैग का उपयोग

शहर में खुलेआम पॉलीथिन कैरी बैग की बिक्री जारी है। जबकि इस दिनों बाजार के हर फुटकर विक्रेता, फास्ट फूड की दुकान, फल और सब्जी विक्रेता के साथ किराना दुकानदार धड़ल्ले से उपयोग कर रहे है। शहर के नाथनगर, परबत्ती, आदमपुर, तिलकामांझी, लोहापट्टी, तिलकामांझी, अलीगंज, मिरजानहाट और बरारी आदि क्षेत्रों के कूड़े ढेर में पॉलीथिन कैरी बैग की अधिकांश मात्रा रहती है। शहर में पॉलीथिन कैरी बैग की आपूर्ति दिल्ली, कोलकाता से होता है। नियमों का उल्लंघन कर शहर के पांच से छह थोक विक्रेता बेरोकटोक खरीद-बिक्री कर रहे हैं। जिससे प्रतिबंध के बाद भी बाजार में चलन में आ गया है।  


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