जदयू विधायक बोले- शाहनवाज छोटे भाई हैं, मेरे कहने पर नवगछिया में लगाएंगे फैक्ट्री
गोपालपुर से जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने कहा कि राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन उनके छोटे भाई हैं। इस लिए वह बड़े भाई की बात नहीं टाल सकते हैं। उनके कहने पर वह नवगछिया इलाके में फैक्ट्री लगाएंगे।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सीएम नीतीश कुमार (Cm Nitish kumar) के खिलाफ एक बात भी सुनने पर बमक जाने वाले जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल (Jdu mla Gopal mandal) शुक्रवार को कुछ अलग अंदाज में बोलते मिले। विधायक ने कहा कि हमने उद्योग मंत्री को कहा कि शाहनवाज जी आप छोटे भाई हैं। बड़के की बात तो माननी ही पड़ेगी। उन्हें कहा कि नवगछिया में किसानी केला, लीची, मकई, कलाई, परवल, झींगा, कद्दू, गाजर, मूली में ही अधिक सिमटी है। वहां इन उपज पर आधारित उद्योग जरूर लगाइए। नवगछिया पुलिस जिला है। गोपालपुर और बिहपुर के किसान मेहनतकश हैं। उनके प्रमुख उपज केला, लीची और मकई आधारित प्रसंस्करण उद्योग लगाइए तो उनका जीवन खुशहाल हो जाएगा। आपको भी तहे दिल से शुक्रिया करेंगे।
अमेरिका में बिहार से ज्यादा अपराध
मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि बड़े भाई की बात कौन टाल सकता है। गोपाल मंडल ने उनके आश्वासन पर उन्हें धन्यवाद दिया। गोपाल मंडल ने कहा कि सदन में भी वह आज बोलने खड़े हुए थे। दस मिनट का समय श्रवण बाबू से मांग रहे थे लेकिन मात्र छह मिनट का समय दिया गया। उसमें इलाके के लोगों के लिए उद्योग, पर्यटन के अवसर पर बोला। विधायक ने कहा कि इस बात पर भी जोर दिया कि पिछड़े-अति पिछड़े की आबादी को उसके हक से वंचित नहीं किया जाए। इस आबादी की मदद से ही सरकारें अब बन रही है। आगे भी सरकार बनेगी और बनती ही रहेगी। गोपाल मंडल ने कहा कि बिहार में नीतीश मॉडल का ही बोलबाला रहेगा। पेड़-पौधे, जल, जंगल और हरियाली, गांव-गांव बिजली यह सब नीतीश कुमार की ही देन है। जो नेता यह कहते कि यहां रोजगार नहीं मिला, अपराध बढ़े तो वह अमेरिका जाकर घूम आएं। देखे यहां अपराध है या अमेरिका में। नीतीश मॉडल का विरोध करने वाले विधायक भी नीतीश कुमार के सुशासन और किए गए विकास कार्य की बदौलत ही जीते हैं।
अन्यायी के सामने चट्टान बन खड़े हैं हम
गोपाल मंडल ने कहा कि लोग हमारे क्रांतिकारी सलाम कहने पर कम्युनिष्ट विचारधारा वाला समझने लगते। लेकिन ऐसी बात नहीं। हमलोग संघर्ष से तप कर उस दौर से निकले जब समाज में काफी विभेद था। सभी जाति-धर्म में अच्छे और खराब लोग होते। हम भागयशाली रहे कि उस संघर्ष वाले दौर में भी हमें सबका प्यार मिलता रहा। आज भी हमें सब पूछते हैं, हम भी उनके लिए जान देने के लिए तैयार रहते। क्या मजाल हमारे रहते किसी के साथ कोई अन्याय आज भी कर ले। अन्यायी के सामने आज भी गोपाल चट्टान की तरह सीना ताने खड़ा रहता है। यही पूंजी है। जो बिना पैसा खर्च किए सबके प्यार से जीतते आ रहा हूं।