... और घर की राह में मिल गई मौत
Bhagalpur Migrant Labourer Accident प्रवासी श्रमिकों से भरी बस को बचाने के क्रम में प्रवासी श्रमिकों को ले जा रहा ट्रक खाई में गिर गया। इसके नीचे दबकर नौ श्रमिकों की मौत हो गई।
भागलपुर [नवनीत मिश्र]। मंगलवार सुबह के करीब पांच बजे थे। खरीक प्रखंड के अंभो चौक के पास एक पोल लदे ट्रक पर नौ प्रवासी थक-हारकर सोए हुए थे। रात में इन्होंने ट्रक पर ही खाना खाया था और घर बात की थी। घरवालों को बताया था कि मंगलवार शाम तक ये उनके पास होंगे। अचानक, सुबह घर की राह से इन्हें मौत उठाकर ले गई। ट्रक पलटने से सभी नौ मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई।
पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और बेतिया निवासी सभी नौ लोग कोलकाता की एक दुकान में गद्दे-तकिया आदि बनाने का काम करते थे। बीच में समय मिलने पर ये साइकिल से घर-घर जाकर गद्दे आदि भी बनाते थे। बेतिया के वार्ड संख्या 29 निवासी मु. हाशिम के स्वजनों ने बताया कि लॉकडाउन में दुकान बंद हो गई। धीरे-धीरे जमा पूंजी खत्म हो गई और मकान मालिक किराया मांगने लगा। तब सभी मजदूर साइकिल लेकर घर के लिए निकले। दुर्गापुर से आगे झारखंड की सीमा पर पोल लदे ट्रक के बेतिया जाने की सूचना पर सभी प्रवासी इसपर सवार हो गए। पास में कपड़ों के अलावा कुछ खाने-पीने का सामान भी था। ट्रक पर मु. हाशिम के साथ जुल्म अली, शौकत अली, नूरहोदा, मु. जालिम समेत चार अन्य लोग थे। हाशिम के स्वजनों को सुबह जब इसकी सूचना मिली तो उनका रोना थम नहीं रहा था। कुछ घंटों बाद स्वजनों ने दूरभाष पर बताया कि हाशिम के पैसे भेजने के बाद घर का चूल्हा जलता था। हाशिम अपने पीछे एक 12 वर्ष का बेटा और आठ वर्ष की बेटी छोड़ गए हैं। स्वजनों को बच्चों की परवरिश की चिंता सता रही है। अन्य प्रवासी मजदूरों के परिवारों का भी यही हाल है।
यहां बता दें कि भागलपुर के नवगछिया में मंगलवार की सुबह बड़ा हादसा हुआ है। प्रवासी श्रमिकों को दरभंगा से भागलपुर होकर बांका ले जा रही एक बस अचानक पाइप व सरिया लदे ट्रक के समाने आ गई। दोनों के चालाकों ने ब्रेक लगाकर आमने-समाने की टक्कर तो टाल दी, लेकिन ट्रक सड़क किनारे खाई में गिर गया। ट्रक पर सवार सभी नौ प्रवासी श्रमिकों की मलबे के नीचे दबकर मौत हो गई। हादसे में बस को मामूली क्षति हुई। बस में सवार श्रमिकों में भी चार घायल हो गए। चारों बांका के रहने वाले हैं। ट्रक के ड्राइवर व खलासी भाग गए।