किशनगंज के एक अस्पताल में टीकाकरण के बाद नवजात की मौत, हंगामा और तोड़फोड़
किशनगंज के पौआखाली उप स्वास्थ्य केंद्र में एक नवजात की मौत हो गई। नवजात को टीका गया था। इसके विरोध में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे आक्रोशितों ने जमकर बवाल काटा। ठाकुरगंज पीएचसी प्रभारी सिविल सर्जन ने इस घटना के जांच के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, किशनगंज। पौआखाली उप स्वास्थ्य केंद्र में अस्पताल कर्मियों द्वारा टीका लगाने के बाद ए. नवजात बच्चे की मौत पर उग्र परिजनों ने घंटों हंगामा किया। मंगलवार देर शाम तक मृत बच्चे को लेकर दोषी अस्पताल प्रबंधन और कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर आक्रोशित परिजन डटे रहे। हंगामे की सूचना पर पौआखाली थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंच स्थिति को नियंत्रित किया। इस बीच एपीएचसी प्रभारी डॉ. अश्विनी कुमार सिंह ने ठाकुरगंज पीएचसी प्रभारी को सूचना दी। जिसके बाद ठाकुरगंज पीएचसी प्रभारी डॉ. आदित्य नाथ झा पौआखाली पहुंचे और पीड़ित से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. श्रीनंदन से बात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। जिसपर सिविल सर्जन ने मामले की जांच का निर्देश दिया। बुधवार को मेडिकल टीम पौआखाली अस्पताल पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की समीक्षा कर जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपेगी।
भोलमारा पंचायत के माखनपुर निवासी पर्वत लाल दास की पत्नी का तीन दिन पूर्व प्रसव कराया गया। जन्म के समय जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ थे। मंगलवार को टीका दिलाने की सूचना अस्पताल कर्मियों द्वारा दी गई। जिसके बाद स्वजन बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे और टीका लगवाया। टीका लगाने के बाद घर ले जाने के क्रम में ही बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। हालत बिगड़ती देख स्वजन पुनः बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे तो माैजूद डॉक्टर ने बच्चे को मृत बताया गया। इसके बाद स्वजन काफी आक्रोशित हो गए और अस्पताल में जमकर हंगामा करने लगे।
मौके पर पीड़ित पक्ष के लोगों ने बताया कि टीका देने वाले कर्मी की लापरवाही से बच्चे को गलत तरीके टीका लगाया गया है। जिस कारण नवजात की मौत हुई है। मौत की खबर सुनकर आसपास के काफी लोग जमा हो गए तथा आरोप लगाया कि उप स्वास्थ्य केंद्र पौआखाली में कुव्यवस्था और लापरवाही व्याप्त है। जिस कारण ऐसी घटना हुई है। मौके पर मौजूद मुखिया प्रतिनिधि अहमद हुसैन उर्फ लल्लू, पूर्व पार्षद प्रतिनिधि धनपति सिंह, पूर्व प्रमुख प्रतिनिधि मंटू कुमार गणेश, पसंस प्रदीप कुमार सिन्हा सहित अन्य लोगों ने प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की।