नक्सलियों का निर्माण स्थल पर धावा, मिस्त्री और मजदूरों को जमकर पीटा, संवेदक से मांगी रंगदारी
एक बार फिर नक्सलियों ने जमुई में दहशत फैला दी है। नक्सलियों के एक जत्थे में पुल निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को काफी पिटाई कर दी है। नक्सलियों ने संवेदक से रंगदारी मांगी। इस घटना से संवेदक और मजदूरों में दहशत है। पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
जागरण संवाददाता, जमुई। खैरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत किऊल नदी के हरणी-खलारी घाट पर हो रहे उच्चस्तरीय पुल निर्माण स्थल पर मंगलवार रात को नक्सलियों ने हमला बोल दिया। पुल निर्माण में लगे हेड मिस्त्री राजकुमार पंडित और मजदूर प्रयाग साव की इन्होंने जमकर पिटाई कर दी। राजकुमार भागलपुर जिले के कहलगांव और प्रयाग जमुई जिले के कल्याणपुर के निवासी हैं।
इस घटना में राजकुमार का सिर फट गया है। प्रयाग को भी चोटें आई हैं। इन दोनों को इलाज के लिए खैरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद से मजदूरों के बीच दहशत व्याप्त है। मौके पर पहुंची पुलिस ने यहां से तीन खोखे बरामद किए हैं। मजदूरों ने बताया कि रात में लगभग 08.30 बजे सभी मजदूर निर्माण स्थल से सटे प्लांट में खाना खाकर सो रहे थे। इसी बीच दो दर्जन हथियारबंद नक्सली यहां पहुंचे। सभी वर्दी पहने हुए थे। इन्होंने बम विस्फोट कर हवाई फायरिंग की। इस घटना में एक जेसीबी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई। नक्सलियों ने लेवी की मांग पूरी नहीं होने तक काम बंद करने की चेतावनी दी। प्लांट पर मौजूद अन्य मजदूरों ने बताया कि तीन दिन पहले भी आधा दर्जन नक्सलियों ने लेवी की मांग की थी। गौरतलब हो कि किऊल नदी पर हरणी के समीप चार करोड़ 32 लाख 46 हजार की लागत से पुल बनाया जा रहा है। कहलगांव की रूंगटा इंटरप्राइजेज यह काम कर रही है। पुल निर्माण पूरा होने की अवधि 28 सितंबर, 2020 तक ही थी, लेकिन अब तक पुल का एक हिस्सा ही तैयार हो पाया है। घटना को लेकर पुल निर्माण कंपनी के संवेदक ने खैरा थाने में मामला दर्ज कराया है। कुछ दिन पहले ही नक्सलियों ने नवादा के कादिरगंज से खैरा तक एसएच 82 पर सड़क निर्माण करा रही मेसर्स गायत्री प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मैनेजर को फोन कर लेवी की मांग की थी।
नक्सलियों द्वारा पुल निर्माण में लगे मजदूरों के साथ मारपीट किए जाने की सूचना मिली है। घटनास्थल से तीन खोखे बरामद किए गए हैं। मामले की छानबीन की जा रही है। - सीपी यादव, थानाध्यक्ष, खैरा