रेलवे सुरंग ध्वस्त करने की तैयारी में थे नक्सली, रात भर कैंप करती रही पुलिस
नक्सलियों की भागलपुर रेलवे जंक्शन को बम से उड़ाने के साथ-साथ जमालपुर रेलवे सुरंग को भी ध्वस्त करने की योजना थी। नक्सलियों के बंदी की आखिरी रात 12 बजे के बाद मिली थी सूचना। कई थानों की पुलिस और पदाधिकारी भी सुरंग के आसपास रहे चौकस।
जागरण संवाददाता, मुंगेर। नक्सलियों की भागलपुर जंक्शन को बम से उड़ाने के साथ-साथ रेलवे सुरंग को भी ध्वस्त करने की योजना थी। हालांकि, नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके रेल पुलिस और जिला पुलिस को इसका इनपुट पहले ही मिल गई थी। समय रहते पुलिस चौकस हुई और एक बड़े घटना को टाल दिया। नक्सली बंद की आखिरी रात तीन अगस्त को गुप्त सूचना मिली थी कि मंगलवार की देर रात नक्सली रेलवे सुरंग को टारगेट बना सकते हैं। इस सूचना के बाद रेल जिला और विशेष बल कई वाहनों के साथ रेलवे सुरंग के पास पहुंची। पूरी रात अधिकारी से लेकर जवान सुरंग के पास रात गुजारी। पुलिस अधिकारिक सूत्रों की मानें तो बुधवार को बरियारपुर के घोरघाट इलाके से पकड़े गए नक्सली नंदन मंडल ने कई अहम खुलासा किये हैं। पुलिस को नक्सलियों से कई अहम जानकारियां और मिली है। इस पर गुप्त तरीके से कार्रवाई चल रही है।
सुरंग ध्वस्त होता तो कई दिनों तक बंद रहा था रेल परिचालन
नक्सली जमालपुर रतनपुर स्टेशन के बीच स्थित रेलवे सुरंग को निशाना बनाने में कामयाब रहते तो ट्रेनों का परिचालन कई दिनों तक बंद हो जाता। साहिबगंज से क्यूल के बीच ट्रेनें नहीं चलती है इस रूट के लिए सुरंग के अलावा रेलवे के पास ट्रेनों के परिचालन के लिए कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है ऐसे में पुलिस ने समय रहते एक बड़ी घटना को डाल दिया।
गणेश के बाद नंदन से पुलिस को मिला महत्वपूर्ण इनपुट
नक्सली 28 जुलाई से लेकर तीन अगस्त तक शहीदी सप्ताह मना रहे थे। इस दौरान एएसपी अभियान ने धरहरा प्रखंड से हार्डकोर नक्सली गणेश ठाकुर को पकड़ा था। इसके 4 दिन बाद हार्डकोर नक्सली नंदन मंडल की गिरफ्तारी के बाद मुंगेर पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट हो गई है दोनों से पुलिस को कई इनपुट भी मिले हैं। पुलिस लीड मानकर गुप्त रूप से कार्रवाई कर रही है। पुलिस अधिकारिक सूत्रों के अनुसार जल्द ही कुछ और नक्सली की गिरफ्तारी होगी।
जल्द ही मिलेगी और सफलता
एएसपी अभियान राजकुमार राज ने बताया कि बरियारपुर थाना के चिडैयाबाद से नक्सली से गिरफ्तार हुए है। नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। गिरफ्तार नक्सली की पुलिस को वर्षों से तलाश थी। जल्द ही पुलिस को और बड़ी कामयाबी मिलने की उम्मीद है गुप्त रूप से नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान चलाया जा रहा है। इसमें जिला के साथ एसटीएफ, एसजीओ और अर्धसैनिक जवानों भी हैं।