चिकित्सक की राय : गुणकारी हैं सरसों तेल का प्रयोग, एलर्जी सहित कई बीमारियों से देता है राहत
दैनिक जागरण द्वारा आयोजित प्रश्न पहर आयुर्वेदिक चिकित्सक अखिलेश कुमार विजय से पाठकों ने कई प्रश्नों का जवाब दिया। उन्होंने कई बीमारियों के इलाज की जानकारी दी।
भागलपुर [जेएनएन]। प्रकृति के साथ रहना और वनष्पतियों द्वारा तैयार किए औषधि का सेवन करने से मानव स्वस्थ रहता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से कई बीमारियों का इलाज जड़ से बिना कोई दुष्प्रभाव से संभव है। शुद्ध सरसों तेल का उपयोग करने से धूल, धुंआ से होने वाली एलर्जी से बचाव करता है। घर के निकलने के पहले अगर नाक में दो बूंद सरसों तेल डाल दिया जाय तो धूल, धुंआ को सांस नली में जाने से रोकता है। तेल में वैक्टिरियारोधी तत्व है। साथ ही सायनस होने से भी रोकता है। रात में सोने वक्त कान में सरसों का तेल तीन बूंद डालने पर नींद अच्छी आती है और सनसनाहट नहीं होती, बहरापन से भी बचाव करता है। पीठ, छाती और नाभि में तेल डालने और धूप में थोड़ी देर रहने से कई बीमारियां नहीं होती। इसके अलावा हाथ या पैर की हड्डी टूटी है तो आयुर्वेदिक विधि से इलाज करने पर हड्डी जुड़ जाती है और मरीज 10 से 15 दिनों में काम भी करने लगता है। बवासीर का मुख्य कारण है कब्जियत। कब्ज रहने से शौच होने में परेशानी होती है। ज्यादा दिनों तक कब्जियत रहने से बवासीर होने की संभावना रहती है। खानपान में गड़बड़ी, सुपाच्य खाना नहीं खाने, तैलीय, मिर्च-मसालायुक्त भोजन करने से कब्जियत होता है। अगर हम खानपान में हरी पत्तेदार सब्जी, फल, दूध आदि का सेवन करें तो कब्जियत नहीं होगी। इसके अलावा नशा सेवन करने की वजह से भी कब्ज होता है। दैनिक जागरण द्वारा आयोजित प्रश्न पहर में आए आयुर्वेदिक चिकित्सक अखिलेश कुमार विजय से पाठकों ने कई प्रश्न पूछे।
प्रश्न : मेरी उम्र 18 वर्ष है। चेहरे पर छोटे-छोटे दाने निकल गए हैं।
गौरव कुमार, भागलपुर
उत्तर : तैरीय पदार्थ और फास्ट फूड खाने से कब्जियत होता है और मुंहासे निकलते हैं। घर का बना शुद्ध भोजन करना चाहिए। केसर गुगल और कचनार गुगल की गोली हल्का गर्म पानी के साथ खाने से कब्ज दूर होगा। इससे दाने निकलने भी बंद हो जाएंगे।
प्रश्न : पूरे शरीर में खुजली है, बार-बार होता है।
अशर्फी, लालूचक
उत्तर : ठंड के मौसम में एलर्जी की वजह से खुजली होती है। कच्चू, ओल, मछली, बैंगन, इमली नहीं खाएं। महामरिच का तेल पूरे शरीर में लगाएं। कब्ज नहीं रहे इसके लिए रात में त्रिफला चूर्ण, पंच निम्वादी चूर्ण एक-एक चम्मच सुबह-शाम लें।
प्रश्न : सर्दी आए दिन हो जाती है साथ ही सायनस भी है।
वीर शंकर मंडल, बुद्धुचक
उत्तर : ठंड और ठंडी हवा से बचें, ठंडा पानी नहीं पीएं। चावल, केला, दही नहीं खाएं। दिन में सोना नहीं है। लक्ष्मी तिलसरस नारदीय गोली शहद के साथ खाएं।
प्रश्न : खाना खाने के बाद छाती के बीच में हल्का दर्द होने लगता है। गैस्टिक भी है। सिर के पीछे दर्द भी होता है।
सद्दीन अहमद, उर्दू बाजार
उत्तर : शाकाहारी भोजन करें। चावल नहीं खाएं। रोटी, हरी सब्जी, बथुआ का साग खाएं। चिकित्सक की सलाह से आयुर्वेदिक दवा खाने से गैस्टिक से छुटकारा मिलेगा।
प्रश्न : मेरी उम्र 25 वर्ष है। पांच से 10 मिनट बैठने से पैर में अकडऩ होने लगती है। ऐसा तीन माह से हो रहा है।
बाबुल कुमार, कहलगांव
उत्तर : मांसपेशियों की कमजोरी की वजह से ऐसा हो रहा है। पौष्टिक आहार लें। अश्वगंधा चूर्ण एक चम्मच हल्का गर्म दूध के साथ सेवन करें।
प्रश्न : बाल टूटता है। इसे रोकने का कोई उपाय है।
सलीम अहमद, उर्दू बाजार
उत्तर : महाभृंग राज तेल स्नान के बाद लगाएं। इससे बाल झडऩा बंद हो जाएगा और अच्छी नींद भी आएगी।
प्रश्न : ठंड के मौसम में एड़ी फटती है, रक्त नहीं निकलता है।
अवधेश कुमार, सोनवर्षा
उत्तर : शुष्क त्वचा होने से ऐसा होता है। टमाटर ज्यादा खाएं। सोने के पहले हल्का गर्म पानी में पैर रखें और भींगे पैर में सरसों का तेल लगा लें। गंधक रसायन दो-दो चम्मच खाएं।
प्रश्न : किडनी में स्टोन हो गया है। क्या दवा से स्टोन निकल जाएगा।
संजीव कुमार, नवगछिया
उत्तर : दूध से बनी मिठाई नहीं खाएं। तैलीय भोजन और मांस-मछली नहीं खाएं। पेशाब रोके नहीं। पानी उबालकर ठंडा होने पर पीएं। आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर दवा खाएं।
प्रश्न : पीठ की बांयी तरफ दर्द हो रहा है। करवट बदलने में परेशानी होती है।
महबूब, वारसलीगं
उत्तर : गद्देदार बिछावन पर नहीं सोएं। सीधे सोएं। दूध के साथ अश्वगंधा का सेवन करें। योगराज गुगुल आयुर्वेदिक दवा के सेवन करने से आराम मिलेगा। मांसपेशी में खिंचाव होने से दर्द होता है।
प्रश्न : बवासीर से परेशान हैं। कब्ज रहता है। खून भी निकलता है।
प्रीतम, पीरपैंती
उत्तर : कब्ज से बवासीर होता है। अदरक, लहसून, तैलीय, लाल मिर्च, पदार्थ वाले खाना खाने से कब्ज होता है और इससे बवासीर होता है। मैदायुक्त खाद्य सामग्री खाने से भी परहेज करें। इसके अलावा ज्यादा देर तक गद्दा पर बैठने से भी बवासीर होने की संभावना रहती है। अर्श कुठार, अभ्यारिस्ट, त्रिफला, गुगुल का सेवन करें। ज्यादा पानी पीएं।
प्रश्न : मेरी उम्र 21 वर्ष है। पढऩे के समय कई प्रकार के विचार मन में आने लगते है। पढ़ाई नहीं कर पाता। सिर में दर्द भी रहता है।
संतोष कुमार, तिलकामांझी
उत्तर : ध्यान क्रिया करने से लाभ होगा। इससे मन में एकाग्रता आएगी। याददास्त भी बढ़ेगा। सारश्वता रिस्ट का सेवन खाना खाने के बाद करें। अश्वगंधा चूर्ण का भी सेवन करें।
प्रश्न : मेरी उम्र 29 वर्ष है। थायरायड है।
सुरेंद्र कुमार, सुलतानगंज
उत्तर : खानपान का समय निर्धारित करें और तय समय पर ही खाएं। सात से आठ घंटे तक सोएं। आरोग्य वद्र्धनीवटी, करानार गुगुल का सेवन करें।
प्रश्न : घुटने और कमर में दर्द होता है। उस समय ज्यादा दर्द बढ़ जाता है जब उठने लगता हूं।
भारती, अकबरनगर
उत्तर : मछली, कलाई, उड़द की दाल, पका केला, दही का सेवन नहीं करें। खाना खाने के बाद स्नान नहीं करें। सिंगनाद गुगल, त्रयोदशोध गुगल का सेवन करें। साथ ही सैंधव तेल लगाएं।