Move to Jagran APP

Munger News: सदर अस्पताल के प्रसूति कक्ष और ऑपरेशन थियेटर की गुणवत्तापूर्ण का होगा मूल्यांकन, राज्य स्तर के पदाधिकारी आएंगे कल

मुंगेर के सदर अस्पताल के प्रसूति कक्ष और ऑपरेशन थियेटर के लक्ष्य का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए सिविल सर्जन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में स्टेट टीम से लक्ष्य असेस्मेंट कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 04:05 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 04:05 PM (IST)
मुंगेर के सदर अस्पताल के प्रसूति कक्ष और ऑपरेशन थियेटर के लक्ष्य का मूल्यांकन किया जाएगा।

 जागरण संवाददाता, मुंगेर। सदर अस्पताल परिसर स्थित नवनिर्मित ऑपरेशन थियेटर रूम और लेबर रूम में मौजूद सुविधाओं का लक्ष्य असेस्मेंट होगा। यह असेस्मेंट लक्ष्य स्टेट टीम से कराया जाएगा। यह निर्णय जिला गुणवत्ता समिति की बैठक में लिया गया। सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार भारती की अध्यक्षता में आयोजित जिला गुणवत्ता समिति की बैठक में ऑपरेशन थियेटर और लेबर रूम की गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं को सु²ढ करने पर चर्चा की गई। इस अवसर पर उपाधीक्षक डॉ. रामप्रीत ङ्क्षसह, आरपीएम रूप नारायण शर्मा, नीतू कुमारी, डीटीएल केयर डॉ. अजय आर्य, डीटीओएफ डॉ. नीलू सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

loksabha election banner

केयर इंडिया की डीटीओएफ डॉ. नीलू ने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मातृ और नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर में दी जा रही सेवाओं में गुणवत्ता सुधार करने को लेकर 18 मार्च 2018 में लक्ष्य कार्यक्रम शुरू किया गया था । इसी कार्यक्रम के तहत डॉ. प्रवीर कुमार के नेतृत्व में केयर इंडिया की स्टेट लक्ष्य असेस्मेंट टीम द्वारा जनवरी के महीने में ऑपरेशन थियेटर और लेबर रूम का निरीक्षण करने के साथ ही यहां दी जा रही गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं का आकलन किया गया था। इस दौरान असेस्मेंट टीम ने ऑपरेशन थियेटर में और कई जरूरी कार्य कमी होने की बात बताई थी। टीम ने रिकार्ड मेंटेन रखने के साथ ही इसे और अधिक सुसज्जित करने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही लक्ष्य असेस्मेंट टीम ने डॉक्टर और नर्स की टीम बनाए जाने की जरूरत पर बल दिया था।

क्या है लक्ष्य कार्यक्रम

केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 18 मार्च 2018 को देश के सभी अस्पताल में लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर रूम में दी जा रही सुविधाओं में गुणवत्ता युक्त सुधार के लिए लक्ष्य कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम के तहत प्रसव के दौरान महत्वपूर्ण देखभाल के लिए देश के सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के स्तर पर प्रसूति संबंधी गहन देखभाल के लिए इंसेंटिव केयर यूनिट(आईसीयू) और सभी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटलों में प्रसूति देखभाल के लिए उच्च निर्भरता ईकाइयों (एचडीयू) का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ हीं रेफरल हॉस्पिटल में फस्र्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में भी यह सेवा क्रियान्वित है। डॉ. नीलू ने बताया कि सभी हॉस्पिटल के लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर में दी जा रही सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार के बाद देश में मातृ और शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आएगी।

एनक्यूएएस के जरिये किया जाता है गुणवत्ता परक सुधार का आकलन  

उन्होंने बताया कि सभी हॉस्पिटलों के लेबर रूम और ऑपरेशन थियेटर रूम में गुणवत्तापरक सुधार का आकलन राष्ट्रीय गुणवत्ता अश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के जरिये किया जाता है। बताया कि एनक्यूएएस पर 70 प्रतिशत अंक पाने वाली प्रत्येक सुविधा को लक्ष्य प्रमाणित सुविधा का प्रमाणपत्र दिया जाता है। एनक्यूएएस के अंकों के अनुसार लक्ष्य प्रमाणित सुविधाओं का वर्गीकरण किया जाता है। इसके अनुसार 90, 80 और 70 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली इकाई को इसी के अनुसार प्लेटिनम, गोल्ड और सिल्वर बैज प्रदान किए जाते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.