सहयोगी मोनू के साथ दबोचा गया कुख्यात पप्पू सोनार, पुलिस के लिए था सिर दर्द
पप्पू सोनार पर रंगदारी, लूट, डकैती, जानलेवा हमला, हत्या, आम्र्स एक्ट, दुष्कर्म समेत 19 संगीन मामले दर्ज हैं। जबकि मोनू मिश्रा पर लूट, मोटरसाइकिल चोरी समेत दस मामले दर्ज हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। पुलिस का सिरदर्द बन चुके कुख्यात पप्पू साह उर्फ पप्पू सोनार को पुलिस उसके सहयोगी मोनू मिश्रा के साथ चंपा पुल के समीप दबोच लिया। तातारपुर थाना क्षेत्र के मंदरोजा निवासी पप्पू को पुलिस रंगदारी और लूट मामले में सरगर्मी से तलाश कर रही थी। उसकी गिरफ्तारी के बाद एसएसपी आशीष भारती ने मीडिया को जानकारी दी कि पुलिस को सूचना मिली कि पप्पू पटना से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने कार (एनएच 02पीए-3433) से भागलपुर आ रहा है।
एंबुस लगाकर वाहन की तलाशी के दौरान चंपा पुल के पास से पप्पू और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। कार जब्त कर लिया गया। उसके पास से तीन मोबाइल बरामद किया गया है। गुरुद्वारा रोड में रंगदारी नहीं देने पर व्यवसायी अनुराग सलारपुरिया पर गोली चला देने और रुपये लूटने की घटना को अंजाम दिया था। 01 जनवरी को कैलाश प्रसाद संथालिया के घर लूटपाट मामले में वांछित था। इस मामले में पप्पू सोनार के भाई समेत तीन लोग जेल में हैं। एसएसपी ने बताया कि उर्दू बाजार निवासी मोनू मिश्रा उर्फ आलोक लूट और मोटरसाइकिल चोरी की कई घटना का आरोपित है। वर्तमान में प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी, देवघर में फरार चल रहा था।
एसएसपी ने बताया कि पप्पू सोनार के खिलाफ सीसीए का प्रस्ताव भेजा जाएगा। पुराने मामले में जमानत रद के लिए आवेदन दिया जाएगा। पप्पू सोनार के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में रंगदारी, लूट, डकैती, जानलेवा हमला, हत्या, आम्र्स एक्ट, दुष्कर्म समेत 19 संगीन मामले दर्ज हैं। जबकि मोनू मिश्रा पर भागलपुर के अलावा गोड्डा और मुंगेर में लूट, मोटरसाइकिल चोरी समेत दस मामले दर्ज हैं। एएसपी (प्रशिक्षु) विनीत कुमार के नेतृत्व में कोतवाली थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर केएन सिंह, डीआइयू सिपाही राकेश कुमार, चीता दल और सशस्त्र बल छापेमारी में शामिल थे।
गिरफ्तारी को लेकर शहर में चर्चा
जरायम पेशेवर पप्पू की गिरफ्तारी को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चा है। ऐसा कहा जा रहा है कि पप्पू सोनार पटना के एक होटल से दबोचा गया है। पूर्व में भी पप्पू की गिरफ्तारी पटना के एक होटल से हो चुकी है। हालांकि एसएसपी ने पीसी में यह साफ कर दिया कि उसकी गिरफ्तारी चंपा नाला के समीप एंबुस लगा कर की गई है। आदतन अपराधियों की श्रेणी में आने वाला पप्पू जेल से बाहर निकलते ही फिर से अपराध में शामिल हो जाता है।