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कुख्यात मोहम्मद कामिल को था निकाह का इंतजार, बारात जाने वाले साथियों ने ही कर दी हत्या, भागलपुर पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग

मोहम्मद कामिल हत्याकांड में पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं। भागलपुर पुलिस सभी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि कामिल निकाह के लिए ईद में घर आया था लेकिन लॉकडाउन के चलते निकाह की तारीख बढ़ा दी गई।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Sun, 27 Jun 2021 11:44 AM (IST)Updated: Sun, 27 Jun 2021 11:44 AM (IST)
कुख्यात मोहम्मद कामिल को था निकाह का इंतजार, बारात जाने वाले साथियों ने ही कर दी हत्या, भागलपुर पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग
भागलपुर पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। हबीबपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात मोस्ट वांटेड राणा मियां के कभी सहयोगी रहे मुहम्मद कामिल की हत्या के कारणों को जानने में लगी भागलपुर पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे हैं। कुछ दिनों पूर्व हुई राजाबाड़ी इलाके से बाइक लूट की घटना हुई थी, जिसे कामिल, फतेह और नटवा ने मिलकर अंजाम दिया था।

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लूट के बाद बाइक को छिपा दिया था। बाइक की बरामदगी के लिए मालिक ने केस दर्ज कराने के बजाय इलाके के दबंगों का सहारा लिया। कहा जाता है कि कामिल से दगाबाजी करते हुए उसके साथियों ने कुछ रुपये लेकर छीनी गई बाइक मालिक को लौटा दी। इसकी जानकारी मिलने पर कामिल ने फतेह, नटवा और निसार को काफी भला-बुरा कह दिया। इसी आक्रोश में कामिल के साथियों ने उसकी हत्या कर दी।

शुक्रवार की शाम से ही राजा बाड़ी के समीप कामिल के आने का इंतजार कर रहे थे। उसके नहीं आने पर उसे बुला कर बदरेआलमपुर के समीप स्कूल मैदान में ले गए। वहां हत्या को अंजाम दिया। पुलिस इस मामले में बाइक मालिक की भी तलाश कर रही है। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी घटना की जांच कर रही है।

  • लूट गई बाइक वापस करने पर साथियों से कामिल का हुआ था विवाद
  • साजिश रचकर घर से बुलाकर की गई हत्या, पुलिस को बाइक मालिक की भी तलाश
  • नामजदों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने की छापेमारी, सभी फरार

नामजद आरोपितों के पकड़े जाने के बाद कुछ चौंकाने वाली जानकारियां भी सामने आ सकती हैं। नामजद फतेह खान उर्फ फतवा, मुहम्मद तबरेज खान उर्फ नटवा और मुहम्मद निसार की तलाश में शनिवार की सुबह पुलिस ने छापेमारी की। लेकिन सभी फरार मिले।

राणा मियां के करते थे काम 

चर्चा है कि निसार, नटवा और फतेह राणा मियां के लिए ही काम करते रहे हैं। नटवा कलीम उर्फ कल्लू का बेटा है, उसके पिता ने 1997 में मुहम्मद ताहिर की हत्या अशरफनगर में दिनदहाड़े तलवार से गला काट कर दी थी। निसार भी दस साल पूर्व इलाके में घर बनाकर आपराधिक गतिविधियों का संचालन करता आ रहा है। अवैध शराब, जुआ और मवेशी को सीमांचल भेजने के काले धंधे में लगे लोगों से वसूली का खेल भी निसार, नटवा, फतेह, कामिल कर रहे थे।

हबीबपुर थानाक्षेत्र के बदरेआलमपुर में मोस्ट वांटेड राणा मियां के कभी करीबी रहे मुहम्मद कामिल की शुक्रवार की रात हत्या कर दी गई। हमलावरों ने बदरे आलमपुर के समीप स्कूल के मैदान में उसे नजदीक से निशाना बनाया। गोली उसके कनपटी को छेदते हुए सिर से निकल गई। हबीबपुर इंस्पेक्टर कृपा सागर ने इसकी पुष्टि की है।

कामिल अशरफ नगर हबीबपुर का रहने वाला था। इंस्पेक्टर ने बताया कि उसकी शोहबत जरायम पेशेवरों से थी। स्थानीय लोगों का कहना था कि वह राणा मियां के लिए कभी काम करता था। बाद में मुखबिरी और मवेशी व्यापार करने वालों से जुड़ गया था। चार भाइयों में सब बाहर रहकर काम करते थे। कामिल भी बेंगलुरू चला गया था। निकाह के लिए लॉकडाउन में ईद के समय घर आया था। तब से यहीं रह गया था क्योंकि लॉकडाउन के चलते निकाह की तिथि टल गई थी।

पुलिस ने घटनास्थल से एक पिस्तौल और दो कारतूस बरामद किया है, जो कामिल के शव के समीप पड़ी थी। एक खोखा भी बरामद किया गया है। घटना की जानकारी पर सिटी एएसपी पूरण कुमार झा भी मौके पर पहुंच घटना की छानबीन शुरू कर दी है। शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने की कवायद पुलिस ने शुरू कर दी है। घटना की बाबत मां साबरा खातून के फर्द बयान पर केस दर्ज करने की कवायद शुरू कर दी गई है। पुलिस फिलहाल हत्या को लेकर कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही है।


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