हर जिले में होगा जलवायु अनुकूल खेती का मॉडल
जलवायु परिवर्तन के कारण किसान बाढ़ सुखाड़ आदि की मार झेल रहे हैं। इसके लिए जलवायु अनुकूल खेती का हर जिले में मॉडल तैयार किया जाएगा।
भागलपुर। जलवायु परिवर्तन के कारण किसान बाढ़, सुखाड़ आदि की मार झेल रहे हैं। इसके लिए जलवायु अनुकूल खेती का हर जिले में मॉडल तैयार किया जाएगा। ये बातें कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कही। वह बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के प्रसार शिक्षा की 18वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अभी आठ जिलों में जलवायु के अनुकूल कृषि कार्यक्रमों की शुरुआत की गई। बेहतर परिणाम के बाद राज्य के सभी जिलों में इसे लागू कर दिया गया है। इसमें बीएयू की भूमिका अहम है। उन्होंने मक्के की फसल को फॉल आर्मी कीट, केले को पनामा विल्ट से नुकसान पहुंच रहा है। इसके बचाव के लिए ठोस योजना बनाने की बात कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि 'हर परिसर, हरा परिसर' के तहत एक लाख पौधे लगाए जाएंगे। आठ सौ प्रवासियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं जिन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। डॉ. आरके सोहाने ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
अटारी पटना के निदेशक डॉ. अंजनी कुमार, कृषि प्रसार के सहायक महानिदेशक डॉ. वीपी चहल, डॉ. पीके राउत, महिला किसान सरिता देवी सहित अन्य लोग बैठक में ऑनलाइन जुड़े थे।