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सहरसा: मनरेगा में मनमानी पर लगेगी रोक, मजदूरों की नहीं लगे सकेगी फर्जी हाजिरी, एप से होगी मानीटरिंग

मनरेगा में मनमानी और फर्जीवाड़े पर जल्‍द अंकुश लगने वाला है। इसके लिए एक एप तैयार किया गया है। इस एप की मदद से मजदूरों की फर्जी हाजिरी पर रोक लगाई जा सकेगी। इसके लिए काम शुरू हो गया है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 12:16 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 12:16 PM (IST)
सहरसा: मनरेगा में मनमानी पर लगेगी रोक, मजदूरों की नहीं लगे सकेगी फर्जी हाजिरी, एप से होगी मानीटरिंग
मनरेगा में मनमानी और फर्जीवाड़े पर जल्‍द अंकुश लगने वाला है।

सहरसा [कुंदन कुमार]। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में मजदूरों की फर्जी हाजिरी बनाकर कागजों पर योजना चलाने अथवा मजदूरी की राशि गबन करना अब संभव नहीं होगा। ग्रामीण विकास विभाग ने इसके लिए एप लांच कर दिन में दो बार सुबह- शाम हाजिरी लगाने की व्यवस्था की गई है। यह सब प्रक्रिया जियो टैगिंग के माध्यम से रजिस्टर्रड मोबाइल से ही पूरा किया जाएगा। जिले में इसके लिए जोर- शोर से तैयारी प्रारंभ कर दिया गया है।

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एनएमएमएस एप से मजदूरी की ली जाएगी हाजिरी

ग्रामीण विकास विभाग ने मजदूरों की हाजिरी के लिए नेशनल मोबाइल मानिटरिंग साफ्टवेयर (एनएमएमएस) लांच किया है। सभी पंचायत प्रतिनिधि अपने मोबाइल में इसे डाउनलोड करेंगे। इस एप के जरिए दिन में दो बार सुबह शाम मजदूरों की हाजिरी ली जाएगी। एक फोटो सुबह और दूसरा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक डालना होगा। मोबाइल रजिस्टर्ड होने के बाद ही वे एप के माध्यम से मजदूरों की हाजिरी लगा पाएंगे।

वार्ड सदस्यों व पीआरएस को दिया जाएगा प्रशिक्षण

मोबाइल एप से हाजिरी लिए जाने के कारण योजनाओं में पारदर्शिता आएगी। मोबाइल एप को रजिस्टर्ड करने व एप डाउनलोड करने के सभी पंचायत के वार्ड सदस्य व पंचायत रोजगार सेवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे जहां योजनाओं में पारदर्शिता आएगी, वहीं पंचायत के प्रतिनिधि भी फर्जी हाजिरी लगाकर राशि की लूट के आरोप से छुटकारा पाएंगे। सहरसा जिला प्रशासन ने इस योजना को कार्यरूप देने के लिए सभी कार्यक्रम पदाधिकारी को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रखंड के एक- एक गांव का चयन करने का निर्देश दिया है। अगले चरण में सभी पंचायतों में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।

प्रारंभिक तौर पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जिले के सभी प्रखंडों में एक- एक पंचायत में इस योजना को प्रारंभ किया जा रहा है। इसके लिए कम- से- कम एकसाथ बीस मजदूरों के काम करनेवाले योजना के चयन का निर्देश दिया गया है। आनेवाले दिनों में पूरे जिले में यह व्यवस्था लागू की जाएगी। -मो. अफरोज आलम, डीपीओ, मनरेगा, सहरसा।


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