Move to Jagran APP

Acid attack : प्राथमिकी में हुई गलती को सुधारने के लिए थानाध्यक्ष ने अदालत में दी अर्जी

19 अप्रैल 2019 को भागलपुर के अलीगंज स्थित एक महोल्‍ले में रहने वाली इंटर की छात्रा पर घर में घुसकर तेजाब फेंक दिया था। छात्रा का इलाज वाराणसी में चल रहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 17 May 2019 11:10 AM (IST)Updated: Fri, 17 May 2019 11:10 AM (IST)
Acid attack : प्राथमिकी में हुई गलती को सुधारने के लिए थानाध्यक्ष ने अदालत में दी अर्जी
Acid attack : प्राथमिकी में हुई गलती को सुधारने के लिए थानाध्यक्ष ने अदालत में दी अर्जी

भागलपुर [जेएनएन]। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आनंद कुमार सिंह की अदालत में बबरगंज थानाध्यक्ष सह जांचकर्ता मिथिलेश ने छात्रा पर तेजाब हमले की घटना में दर्ज प्राथमिकी में पूर्व में हुई भूल के सुधार के लिए अर्जी दाखिल की है। दाखिल अर्जी में थानाध्यक्ष ने गुहार लगाई है कि एसिड अटैक से संबंधित प्राथमिकी में वादी गौतम कुमार साह का घटना के संबंध में फर्द बयान 19 अप्रैल 2019 को 11 बजे रात्रि में वादी के घर के पास ही लिया गया। लेकिन भूलवश प्राथमिकी के फर्द बयान वाले प्रतिवेदन में दिनांक 19 मई 2019 अंकित हो गया है। मालूम हो कि अलीगंज निवासी लड़की पर 19 अप्रैल 19 को एसिड से नहला दिया गया था। घटना को लेकर लड़की के पिता ने बबरगंज थाने में मोजाहिदपुर(बबरगंज) थाना कांड संख्या 107/19 दर्ज कराया था।

loksabha election banner

12 से ज्यादा बिंदुओं पर तैयार हो रही तेजाब हमले की एफएसएल रिपोर्ट

अलीगंज में 19 अप्रैल को छात्रा पर हुए तेजाब हमला मामले में 12 बिंदुओं पर फोरेंसिक विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। फोरेंसिक टीम ने घटना के दूसरे दिन 20 अप्रैल और एक मई को पीडि़ता और आरोपित प्रिंस के घर को खंगाला था। जांच के बाद फोरेंसिक टीम अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करने में जुटी है। फोरेंसिक टीम ने जांच के दौरान हर बिंदु पर बारीकी से जांच की है। ताकि कोई तथ्य नहीं छूट पाए। ऐसे में फोरेंसिक के सामने भी जांच रिपोर्ट को लेकर चुनौती बनी हुई है। पुलिस की भी नजर पहली रिपोर्ट पर टिकी हुई है।

जांच में चलेगा पता कैसे बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम

बता दें कि फोरेंसिक की टीम ने पीडि़ता के घर घटना को डेमो दोहराया था। ताकि इस बात का पता चल सके की बदमाशों ने घटना को किस तरह अंजाम दिया है। फोरेंसिक टीम ने बहुत बारीकी से घर में सुबूत जुटाए हैं। जो असल आरोपित को पकडऩे में मदद पहुंचा सके। लेकिन अब तक जो सुबूत मिले हैं। वे इस मामले में गिरफ्तार प्रिंस भगत और राजा यादव को दोषी साबित करने के लिए पर्याप्त नहीं है। तकनीकी जांच में मिले सुबूत में भी जो बातें सामने आई है, वे आरोपितों के बयान से मिल रही है। इस बात की पुष्टि घटना के ठीक बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने भी अपने बयान में की है।

आइजी के छुट्टी से लौटने के बाद जारी हो सकती है जांच रिपोर्ट

तेजाब हमले की पहली जांच रिपोर्ट एसएसपी आशीष भारती जारी करेंगे। उन्होंने इसके लिए डीआइजी विकास वैभव से मार्गदर्शन मांगा था। इसके बाद डीआइजी विकास वैभव ने इसके लिए आइजी विनोद कुमार को भी लिखा था। आइजी चार दिनों की छुट्टी पर हैं। आइजी के प्रभार में अभी डीआइजी विकास वैभव हैं।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.