Mission admission: भागलपुर के इस CBSE पाठ्यक्रम वाले स्कूल में 11वीं में नामांकन शुरू, मोबाइल जारी
Mission admission भागलपुर में CBSE पाठ्यक्रम वाले स्कूल में 11वीं में नामांकन शुरू हो गया है। आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर में नामांकन के लिए वेबसाइट और मोबाइल नंबर जारी कर दिया गया है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर के बूढ़ानाथ रोड स्थित वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर में 11वीं कक्षा में नामांकन प्रारंभ कर दिया गया है। सत्र 2021-22 के लिए विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय में नामांकन के फार्म उपलब्ध है। विद्या मंदिर प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा ने बताया कि कक्षा 11वीं में नामांकन प्रारंभ है। इसके लिए फॉर्म विद्यालय में उपलब्ध है। साथ ही बच्चों की NEET और JEE के बेहतर तैयारी के लिए आईआईटीयंस एवं सब्जेक्ट एक्सपर्ट से निश्शुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई है। कोरोना काल में छात्रों को बाहर जाने की जरूरत ना पड़े।
नामांकन फार्म विद्यालय से ऑफलाइन या www.adsvm.org प्राप्त किया जा सकता है। नामांकन संबंधी जानकारी दूरभाष नंबर 6205973341, 9431215830 पर भी प्रातः नौ से अपराह्न चार बजे तक कार्यालय अवधि में प्राप्त किया जा सकेगा। नामांकन CBSE, ICSE एवं BSEB एवं अन्य सभी बोर्ड के छात्र ले सकते है। ज्ञात हो लगातार कई वर्षों से इस विद्यालय के छात्र-छात्राओं वर्षों से प्रदर्शन किया है। काफी संख्या में छात्र-छात्राएं यहां नामांकन के लिए आ रहे हैं।
कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है
अभी देश में कोरोना वायरस का संक्रमण है। बिहार में आज से पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया। सरस्वती विद्या मंदिर के आचार्य पंकज उपाध्याय ने काह कि विद्या मंदिर के छात्र-छात्राओं को लगातार ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। इसके लिए विद्यालय में समुचित व्यवस्था की गई है। करीब 1700 बच्चों को विभिन्न कक्षा समूह में जोड़कर विद्यालय के एप्प के माध्यम से डिजिटल कक्षाएं संचालित हो रही है। ERP के माध्यम से रूटीन, पाठ योजना, कक्षाकार्य, गृहकार्य आदि की जानकारी आसानी से छात्र प्राप्त कर ऑनलाइन कक्षा कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए विद्या मंदिर में कई सारे उपकरण लगाए गए हैं। जिससे संक्रमण से बचा जा सके। संभावना थी कि इस सत्र में विद्यालय से पढ़ाई होगी। लेकिन कोरोना के दूसरे फेज के कारण शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह बंद है। ऑनलाइन पढाई ही यहां के बच्चों का एक मात्र जरिया है। प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा ने कहा कि अभी किसी से शुल्क की मांग नहीं की गई है और न ही इसके लिए कोई दबाव बनाया गया है।