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खनन विभाग: जुर्माना वसूलने में टॉप, राजस्व में बिहार का ये जिला फ्लॉप, 10 महीने में वसूले 869.44 लाख

राजस्व संग्रहण करने में दस महीने में महज 55 फीसद उपलब्धि मिली। बिहार के सहरसा जिले में जुर्माना तो जोरों से किया जा रहा है लेकिन राजस्व वसूली में जिला पिछड़ा हुआ है। सहरसा खनन विभाग का वार्षिक लक्ष्य 1576.70 लाख है। इसके विरूद्ध अबतक 869.44 लाख की वसूली...

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 08:36 AM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 08:36 AM (IST)
खनन विभाग: जुर्माना वसूलने में टॉप, राजस्व में बिहार का ये जिला फ्लॉप, 10 महीने में वसूले 869.44 लाख
जुर्माना लगाइए, राजस्व वसूली भूल जाइए, क्योंकि...

संवाद सूत्र, सहरसा: खनन विभाग की लापरवाही के कारण जिले में राजस्व वसूली काफी मंथर गति से चल रहा है। चालू वित्तीय वर्ष के दस महीने बीत जाने के बाद निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध महज 55.14 फीसद उपलब्धि हासिल हो सकी है। सबसे अधिक राजस्व देनेवाले ईंट भट्ठा और कार्यविभाग में वसूली की स्थिति बेहद ही चिंताजनक है। जिलाधिकारी द्वारा भी विभाग को निर्धारित लक्ष्य को हर- हाल में पूरा करने का निर्देश दिया गया, परंतु इस दिशा में विभागीय सक्रियता नहीं के बराबर दिखाई दे रहा है।

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राजस्व का भट्ठा बैठा रहे ईंट भट्ठा संचालक

खनन विभाग से निबंधित सहरसा व मधेपुरा जिले में लगभग छह दर्जन ईंट भट्ठा संचालित है। भट्ठा मालिकों द्वारा समय पर निबंधन शुल्क नहीं दिए जाने पर लगातार अर्थदंड बढ़ाए जाने का प्रावधान है, परंतु विभागीय अधिकारियों व कर्मियों की मिलीभगत से यह कार्य नहीं हो पाता। ऐसे में हर वर्ष विभाग इस लक्ष्य से पीछे रह जाता है। कार्य विभाग, मिट्टी व अन्य माध्यमों से वसूली की स्थिति भी ठीक नहीं है।

1576.70 लाख की जगह अबतक 869 लाख की हुई वसूली

सहरसा खनन विभाग का वार्षिक लक्ष्य 1576.70 लाख है। इसके विरूद्ध अबतक 869.44 लाख की वसूली ही की जा सकी है। 21 जनवरी 2022 तक इस वित्तीय वर्ष के लक्ष्य का 55.14 फीसद है। ऐसे में दो माह में शेष लक्ष्य को पूरा बेहद कठिन लगता है।

मदवार राजस्व वसूली लक्ष्य व संग्रहण उपलब्धि लाख में

मद- निर्धारित लक्ष्य- अबतक हुई वसूली

ईट भट्टा- 124.06- 79.69

कार्यविभाग- 1413.31- 753. 78

मिट्टी- 04.80- 03.18

दंड वसूली- 24.28- 31.80

अन्य मद- 04.75- 0.90

खनिज विकास पदाधिकारी अनिल कुमार कहते हैं कि कई कारणों से वसूली तेज नहीं हो सकी। इसे तेज कर निर्धारित अवधि में पूरा किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है कि विभाग द्वारा अपने निर्धारित लक्ष्य को समय पर पूरा कर लिया जाएगा।


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