तीन माह से कटिहार के सरकारी स्कूलों में नहीं बंटा है एमडीएम का चावल, अब...
तीन महीने से कटिहार के सरकारी स्कूलों में एमडीएम का वितरण नहीं हुआ है। समय से खाद्यान्न नहीं मिलने से जिले के 2011 विद्यालय के तीन लाख से अधिक बच्चे प्रभावित हुए हैं। एमडीएम का चावल चार जिले का एसएफसी के पास फंसा हुआ है।
जासं, कटिहार। जिला मध्याह्न भोजन योजना को अप्रैल से जून का चावल राज्य खाद्य निगम से नहीं मिलने के कारण सरकारी विद्यालयों में इसका वितरण नहीं हो पाया है। समय से खाद्यान्न नहीं मिलने से जिले के 2011 विद्यालय के तीन लाख से अधिक बच्चे प्रभावित हुए हैं। अप्रैल से जून के त्रैमासिक उठाव में एमडीएम को 22 हजार 522.20 ङ्क्षक्वटल चावल मिलना था। लेकिन एसएफसी की ओर से समय पर रिलिज आर्डर नहीं दिए जाने के कारण एमडीएम द्वारा इसका उठाव नहीं किया जा सका। वहीं एसएफसी का कहना है कि गोदाम की क्षमता कम रहने और एक साथ कई योजना का चावल आ जाने के कारण गोदाम में जगह नहीं था।
जिस कारण एमडीएम के चावल का उठाव नहीं किया जा सका। लाकडाउन में विद्यालय बंद रहने के कारण एमडीएम ने भी तत्काल चावल गोदाम में ही रहने देने की बात कही थी। बाद में जब एमडीएम की ओर से एसएफसी से चावल की मांग की गई तो बताया गया कि वह आवंटन लेप्स कर गया है। इसके लिए पत्राचार किया जा रहा है। अप्रैल से जून माह का एमडीएम का चावल चार जिले कटिहार, पूर्णिया, अरवल एवं पटना का एसएफसी के पास फंसा हुआ है।
22 हजार ङ्क्षक्वटल से अधिक का था आवंटन
एमडीएम कार्यालय को अप्रैल से जून के लिए 67 दिनों का 22 हजार 722. 20 ङ्क्षक्वटल अनाज का आवंटन था। इसके तहत विद्यालय में प्रति बच्चा कक्षा एक से पांच में 100 ग्राम और कक्षा छह से आठ में 150 ग्राम की दर से चावल का वितरण किया जाना था। चावल का वितरण नहीं होने से कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थी को इसके लिए दाल एवं सब्जी मद में दी जाने वाली राशि भी निदेशालय की ओर से नहीं भेजी गई है। चावल वितरण के आधार पर ही कक्षा एक से पांच के विद्यार्थी को 4.97 रूपये और कक्षा छह से आठ के लिए 7.45 रूपये दिए जाते हैं।
अप्रैल से जून का चावल एसफसी से नहीं मिलने के कारण इसका वितरण नहीं हो पाया है। इसकी जानकारी एमडीएम निदेशालय को भी दी गई है। विभाग के निदेशक की ओर से इस संबंध में अविध विस्तार को लेकर एससीआई को पत्र पूर्व में ही लिखा गया है। फिलहाल जुलाई से सितंबर तक के लिए चावल उठाव का आदेश हो गया है। विद्यालयों में इसका वितरण भी किया जा रहा है। -राजेश कुमार मिश्र, डीपीओ, एमडीएम, कटिहार
एसएफसी के गोदाम में एक साथ प्रधानमंत्री अन्न योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्ष योजना समेत अन्य योजना का चावल था। जिस कारण गोदाम में जगह नहीं रहने से एमडीएम के चावल का उठाव नहीं किया गया था। लाकडाउन के कारण विद्यालय भी बंद था। इसके लिए विभाग से एक्सटेंशन मांगा गया है। अनुमति मिलते ही चावल की आपूर्ति एमडीएम को शीघ्र कर दी जाएगी। एसएफसी के गोदाम की क्षमता मात्र एक लाख 35 हजार का है। जबकि आवंटन इससे ज्यादा रहता है। -सुधांशु शेखर, जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम,