मालदा रेल मंडल : लॉकडाउन में 1.46 अरब की चपत, फिर भी रेल योजनाओं की रफ्तार तेज
मालदा रेल मंडल कोरोना काल में रेलवे को भारी नुकसान हुआ। इसके बावजूद रेलवे अपनी योजनाओं के क्रियान्वयन में लगा हुआ है।
भागलपुर [रजनीश]। 23 मार्च से जुलाई तक लॉकडाउन ने मालदा मंडल को बड़ी चपत लगाई है। सिर्फ एक्सप्रेस और सुपर फास्ट यात्री ट्रेन बंद होने से राजस्व के रूप में डेढ़ अरब के आसपास हुआ है। पैसेंजर ट्रेनों का राजस्व जोडऩे पर आंकड़ा दो अरब पार कर जाएगा। भागलपुर से अमूमन लंबी दूरी के लिए 16 जोड़ी गाडिय़ों का आवागमन होता है। सिर्फ विक्रमशिला एक्सप्रेस एक दिन में अप-डाउन करती है तो करीब 23 लाख रेलवे का सभी श्रेणियों के आरक्षण से आता है। कुछ इसी तरह इनकम सभी ट्रेनों से रेलवे को आती है। लेकिन, ट्रेनें बंद होने से राजस्व भी पूरी तरह बंद है। इसके बाद भी रेलवे के सभी वर्ग के कर्मियों को वेतन भुगतान किया जा रहा है। भागलपुर सहित मंडल के अन्य स्टेशनों पर चल रहे योजनाओं की रफ्तार कम नहीं हुई है। सभी योजनाओं पर काम चल रहा है।
माल ढुलाई पर दिया जा रहा जोर
ट्रेन परिचालन बंद होने के बाद रेलवे राजस्व बढ़ाने के लिए माल ढुलाई पर विशेष जोर दे रही है। मार्च से पहले भागलपुर के रास्ते चार से पांच मालगाडिय़ां गुजरती थी। वहीं, लॉकडाउन के बाद संख्या बढ़कर 15 तक पहुंच गई है। डीआरएम के अथक प्रयास से पीरपैंती से भी जुलाई में माल ढुलाई शुरू हुई है।
-लॉकडाउन में ट्रेनें नहीं चलने से राजस्व का ग्राफ गिरा है। इसके बाद भी रेलवे अपनी योजनाओं और निर्माण पर फोकस कर रही है। हर काम लगातार किए जा रहे हैं। माल ढुलाई के लिए गुड्स ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। -यतेंद्र कुमार, डीआरएम, मालदा।
राजस्व का औसतन नुकसान (अप-डाउन)
-12367 विक्रमशिला से 29 करोड़
-12335 एलटीटी एक्सप्रेस से 16.18 करोड़
-12349 साप्ताहिक एक्सप्रेस से 3.73 करोड़
-22405 गरीब रथ एक्सप्रेस से 14.55 करोड़
-13413/14/83/84 फरक्का एक्सप्रेस 25.34 करोड़
-14003 न्यू फरक्का एक्सप्रेस 6.84 करोड़
-12254 अंग एक्सप्रेस 11.77 करोड़
-13072 सुपर एक्सप्रेस 7.73 करोड़
-13024 गया-हावड़ा एक्सप्रेस 7.78 करोड़
-13419 जनसेवा एक्सप्रेस 3.3 करोड़
-13415 मालदा-पटना इंटरसिटी 5.4 करोड़
-13401 भागलुपर-दानापुर इंटरसिटी 3.2 करोड़
-13404 वनांचल एक्सप्रेस, 4.2 करोड़
-18403 रांची एक्सप्रेस 2.7 करोड़