Top Bhagalpur News of the day, 5th August 2019
Top Bhagalpur News of 5th August 2019। भागलपुर की टॉप Top Tree खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।
भागलपुर [जेएनएन]। 5th August 2019 को जिले की कुछ महत्वपूर्ण खबरें।
जम्मू कश्मीर से धारा 370 समाप्त
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का जम्मू-कश्मीर पर सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए वहां से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला ले लिया। दूसरे फैसले में जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग करते हुए उसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया। सरकार के इस फैसले का सिल्क सिटी में जगह-जगह स्वागत करते हुए जश्न मनाया गया। जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस फैसले पर खुशी व्यक्त किया है। वहीं, जदयू नेताओं ने चुप्पी साध ली और कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। जबकि राजद और कांग्रेस के नेता इस फैसले का दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे हैं। इसके अलावा भागलपुर के आम लोगों ने इस फैसले का जोरदार स्वागत किया है। साथ ही अधिवक्ताओं ने भी इस फैसले पर खुशी व्यक्त की। इस बीच भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भागलपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जश्न मनाया। लोगों के बीच मिठाईयां बांटीं। तिरंगा लहराया। कहा कि श्याम प्रसाद मुखर्जी के सपनों को आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित साह ने साकार किया है। इस बीच सूचना मिली है कि जगह-जगह आम लोग जश्न मना रहे हैं।
टीएनबी कॉलेज भागलपुर के फर्जी कर्मियों की सेवा समाप्त
बिहार सरकार ने टीएनबी कॉलेज में कार्यरत 14 कर्मचारियों की सेवा को अवैध करार दिया है। विवि का मानना है कि ऐसे कर्मियों की बहाली तीन दशक पूर्व हुई थी। राज्य सरकार ने अविलंब इन कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई कर अवगत कराने का निर्देश दिया है। कुलसचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा है कि कार्यालय में सरकार का पत्र प्राप्त हुआ है। वे इस पत्र के आधार पर कानूनी पहलुओं का अध्ययन करेंगे, तभी किसी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी। कुलसचिव ने माना है कि पूर्व के नियुक्त इन कर्मियों की बहाली को सरकार ने फिर गलत ठहराया है। बताया गया कि तीसरी बार सरकार ने इस कर्मियों की नियुक्ति को गलत बताया है। सरकार ने 25 जुलाई को पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि 2014 में ही इन कर्मियों की सेवा गलत बताई जा चुकी है। इसके बावजूद विवि बार-बार दिशा-निर्देश मांगकर इस मामले में टाल मटोल करता रहा है।
भागलपुर की गंगा प्रदूषित
मायागंज अस्पताल गंगा को बीमार कर रहा है। अस्पताल से प्रतिदिन छह लाख 20 हजार पांच सौ लीटर दूषित पानी अस्पताल के नाले के जरिए गंगा नदी में प्रवाहित किया जा रहा है। इससे गंगा नदी में जीव-जंतु के अलावा जैव विविधता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। लेकिन, वर्षों बाद भी इफ्यूनमेंट ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित नहीं किया गया। यूं कहें की स्वास्थ्य विभाग ही अपने कारनामों से दूसरों को अस्वस्थ करने में लगा हुआ है। मायागंज अस्पताल में तकरीबन सात सौ मरीजों के लिए बेड की सुविधा है और सालों भर यहां बेड भरे रहते हैं। इन मरीजों के मल-मूत्र, कपड़ा, बेड के चादर की धुलाई से लेकर ऑरपेशन के दौरान निकले रक्त, गॉज, पट्टी आदि भी नाला के जरिए गंगा नदी में प्रभावित की जाती है।
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